
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : राज्य में पंचायत चुनाव अगले साल की शुरूआत में हो सकता है। सूत्रों के हवाले से ऐसी खबर आ रही है कि फरवरी में ही चुनाव होने की संभावना है। हालांकि अधिकारिक रूप से अभी कुछ नहीं कहा गया है। सूत्र बताते है कि
माध्यमिक की परीक्षा से पहले ही चुनाव होने की संभावना अधिक है। हाल में ही राज्य चुनाव आयोग ने पंचायत विभाग व जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर जिले में डिलिमिटेशन और आरक्षण की सूची को अंतिम रूप देने को कहा है। सितंबर के भीतर ये काम पूरा करने के लिए कहा गया है। बता दें कि 2023 में यह चुनाव करा लेना होगा। निर्दिष्ट सूची के अनुसार 2023 के अप्रैल – मई में चुनाव होने बात है लेकिन सूत्र बताते है कि इससे पहले ही चुनाव हो सकता है। पिछला चुनाव 2018 के मई महीने में हुआ था। राज्य चुनाव आयोग सूत्रों के मुताबिक ओबीसी जनसंख्या सर्वे का काम 2 सितंबर, डिलिमिटेशन का काम 12 सितंबर तथा आरक्षण का काम 16 सितंबर तक करना होगा।
आज होगा वर्कशॉप
आज सोमवार को राज्य चुनाव आयोग के कार्यालय में जिलाधिकारियों के साथ पंचायत चुनाव की तैयारी पर वर्कशॉप का आयोजन किया गया है। राज्य चुनाव आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
एक नजर इस पर
2018 के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में ग्राम पंचायत स्तर पर कुल 48636 सीटें, पंचायत समिति की सीटों की संख्या 9214 तथा जिला परिषद में 824 सीटें हैं। जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत स्तर पर सीटों का परिसीमन और आरक्षण का काम बीडीओ करेंगे, वहीं पंचायत समिति में इस कार्य की जिम्मेदारी एसडीओ की होगी। जिला परिषद स्तर पर जिलाधिकारियों को आरक्षण की जिम्मेदारी दी गई है।