अगस्त के अंत में श्रद्धालु ले सकेंगे गंगा आरती का आनंद
विशेष पंडितों के द्वारा गंगा आरती का होगा आयोजन
शनिवार व रविवार को होगी भव्य गंगा आरती
सुरक्षा व लाइटिंग की भी रहेगी विशेष व्यवस्था
सिंकी सिंह
कोलकाता : आपने बनारस स्थित पतित पावनी गंगा घाट पर संध्या काल में भव्य महाआरती देखी होगी। कई लोग बनारस जाकर गंगा आरती देखने के बारे में भी सोचते होंगे। अब कुछ वैसा ही नजारा कोलकाता के बाजे कदमतल्ला घाट पर भी आपको देखने को मिलेगा। जी हां, कोलकाता नगर निगम ने जल्द ही महानगर के बाजे कदमतल्ला घाट पर गंगा आरती के भव्य आयोजन का निर्णय लिया है। अब प्रत्येक शनिवार और रविवार को कोलकाता नगर निगम की ओर से गंगा की महाआरती का आयोजन बाजे कदमतल्ला घाट पर किया जाएगा। गौरतलब है कि केएमसी ने सबसे पहले प्रिसेंप घाट पर गंगा आरती का आयोजन करने का निर्णय लिया था लेकिन जगह कम होने की वजह से अब बाजे कदमतल्ला घाट को चिह्नित किया गया है। बता दें कि महाआरती का समय सूर्यास्त के बाद और रात्रि 10 बजे तक का रखा गया है। मेयर परिषद के सदस्य तारक सिंह का कहना है कि मेयर परिषद के सदस्य देवाशिष कुमार से बात करने के बाद कार्य शुरू कर दिया जाएगा। योजना पूरी तैयार कर ली गई है।
अगस्त के अंत में श्रद्धालु ले सकेंगे गंगा आरती का आनंद
मेयर परिषद के सदस्य तारक सिंह ने बताया कि गंगा किनारे महाआरती का आयोजन देखना खुद में काफी दिलचस्प होने वाला है। महानगर के कई घाटों पर गंगा की महाआरती की शुरुआत करने का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन हमलोग बनारस के तर्ज पर गंगा आरती का आयोजन करना चाहते हैं। ऐसे में बाजे कदमतल्ला घाट को चिह्नित किया गया है। सबसे पहले प्रिसेंप घाट को चिह्नित किया गया था लेकिन अब बाजे कदमतल्ला घाट पर गंगा आरती कराने का निर्णय लिया गया है। जल्द ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा। बाजे कदमतल्ला घाट को चिह्नित करने का मुख्य कारण है कि यह काफी बड़ा है और यहां बैठने और खड़े रहने की जगह भी आसानी से मिलेगी। हमारा मानना है कि गंगा आरती इतने अच्छे से हो कि महानगर का हर आदमी इसका हिस्सा बन सके। महीने में चार दिन भव्य आरती का आयोजन किया जाएगा। हमारा प्रयास है कि जल्द से जल्द गंगा आरती की शुरूआत कर दी जाए। केएमसी सूत्रों की माने तो अगस्त के अंत तक गंगा आरती का शुभारंभ किया जा सकता है।
विशेष पंडितों के द्वारा गंगा आरती का होगा आयोजन
मेयर परिषद के सदस्य तारक सिंह का कहना है कि बनारस के तर्ज पर गंगा आरती का आयोजन किया जा रहा है। ऐसे में विशेष पंडितों की व्यवस्था की जाएगी ताकि भव्य रूप से गंगा आरती का आयोजन हो सके। इसके साथ ही घाट पर गीता पाठ व भजन -कीर्तन का भी आयोजन किया जाएगा।
सुरक्षा व लाइटिंग की भी रहेगी विशेष व्यवस्था
गंगा आरती के दौरान लाइटिंग की भी व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से कोलकाता नगर निगम कोलकाता पुलिस की मदद लेगा, ताकि गंगा आरती के दौरान किसी तरह की समस्या न आये। गंगा आरती के दौरान निगम कर्मियों को भी तैनात किया जाएगा, ताकि घाटों पर सफाई रहे।
पर्यटकों के लिये भी गंगा आरती आकर्षण का केन्द्र बनेगा
गंगा आरती की महिमा और ख्याति से न सिर्फ भारतीय बल्कि विदेशी पर्यटक भी खिंचे चले आते हैं। ऐसे में महानगर में गंगा आरती की शुरुआत होने से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी। कोलकाता नगर निगम के राजस्व में भी वृद्धि होगी।
हावड़ा व कोलकाता के घाटों पर होती आ रही है गंगा आरती
हावड़ा के रामकृष्णपुर घाट पर कई सालों से रोजाना शाम को गंगा आरती का आयोजन होता है। यह गंगा आरती हर रोज के अलावा विशेष अनुष्ठानों पर भव्य तरीके से की जाती है। यहां बनारस के पंडितों द्वारा आरती की जाती है। इसे देखने के लिए हावड़ा में कोलकाता, हुगली व हावड़ा के आसपास के लोग जमा होते हैं। वहीं पार्षद विजय उपाध्याय के सान्निध्य में भूतनाथ के पास स्थित नीमतल्ला घाट पर भी भव्य गंगा आरती का आयोजन किया जाता है। जहां पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है।
गंगा आरती की शुरुआत
गंगा आरती की शुरुआत वर्ष 1991 में बनारस के दशाश्वमेध घाट पर शुरू की गई थी। इसके बाद गंगा आरती का आयोजन ऋषिकेश, प्रयाग और चित्रकूट, हरिद्वार में भी होने लगा है।
गंगा आरती का महत्व
दुनिया भर के सबसे खूबसूरत धार्मिक समारोह में से गंगा आरती भी एक माना जाता है। यह आरती सूर्यास्त के बाद होती है। गंगा आरती की शुरुआत शंखनाद से की जाती है, जिसे लेकर मान्यता है कि इससे नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है। पुजारी अपने हाथों में बड़े-बड़े दीये लेकर मां गंगा की आरती करते हैं।
अब प्रिसेंप घाट के बजाए बाजे कदमतल्ला घाट से होगी गंगा आरती की शुरुआत
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