‘ग्रहण को प्राकृतिक खगोलीय घटना के रूप में ही मानें’
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : प्रख्यात खगोल वैज्ञानिक देवी प्रसाद दुआरी ने ग्रहण को प्राकृतिक खगोलीय घटनाओं के रूप में मानने और इससे जुड़े अंधविश्वासों पर विश्वास नहीं करने का आह्वान किया। आंशिक सूर्य ग्रहण के ठीक एक पखवाड़े बाद मंगलवार को भारत और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में पूर्ण चंद्रग्रहण देखने को मिला। खगोल वैज्ञानिक देवी प्रसाद दुआरी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि 21वीं सदी में अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय विकास के बावजूद लोग इस तरह की प्राकृतिक खगोलीय घटनाओं से जुड़े अंधविश्वासों को मानते हैं। रॉयल एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी और इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन जैसे प्रतिष्ठित संगठनों से संबद्ध रखने वाले देवी प्रसाद दुआरी ने कहा कि कुछ लोगों का मानना है कि गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान अपने घरों से बाहर नहीं निकलना चाहिए क्योंकि इसके संपर्क में आने से भ्रूण को नुकसान हो सकता है। हालांकि, सूर्य ग्रहण से जुड़े अंधविश्वास चंद्र ग्रहण की तुलना में अधिक हैं। दुआरी ने कहा, ‘किसी भी तरह से ग्रहण हमारे जीवन, हमारे व्यवहार, हमारे भविष्य या हमारे अतीत को प्रभावित नहीं करेगा।’
यहां उल्लेखनीय है कि चंद्र ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पूर्णिमा की रात को पृथ्वी के छाया क्षेत्र से होकर गुजरता है। चंद्र ग्रहण देखने के लिए सावधानियों की आवश्यकता नहीं है, हालांकि सूर्य ग्रहण देखने के लिए कुछ सुरक्षा उपाय करना आवश्यक है। आंखों से सीधे सूर्य ग्रहण देखने से रेटिना को अपूरणीय क्षति हो सकती है। मंगलवार को भारत के अलावा, एशिया, उत्तरी और दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अटलांटिक महासागर और प्रशांत महासागर के अन्य हिस्सों के लोगों ने इस खगोलीय घटना को देखा। इधर, बीआईटीएम की ओर से साइंस सिटी में चंद्रग्रहण देखने के लिए सेशन आयोजित किया गया जहां स्टूडेंट्स को इसके पीछे की खगोलीय जानकारी दी गयी। इस दिन का ग्रहण भारत के सभी स्थानों से चंद्रोदय के समय से दिखाई दिया। हालांकि आंशिक व पूर्ण ग्रहण की शुरुआत भारत के किसी स्थान से नहीं देखी जा सकी क्योंकि चंद्रोदय के पहले ही ग्रहण लग चुका था। पूर्ण व आंशिक ग्रहण का अंत देश के पूर्वी हिस्सों से देखा गया जबकि बाकी हिस्सों से केवल आंशिक ग्रहण का अंत देखा गया। भारत से देखा जाने वाला आंशिक चंद्र ग्रहण पिछली बार 19 नवम्बर 2021 को देखा गया था। वहीं अगला आंशिक चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर 2023 को लगेगा जो भारत से देखा जा सकेगा।
भारत से अगला आंशिक चंद्रग्रहण दिखेगा 28 अक्टूबर 2023 को
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