
कृष्णानगर : कहते हैं कि जहां चाह है वहां राह है, इस कहावत को चरितार्थ कर दिखाया है कि नदिया के कृष्णानगर के चांदसड़क इलाके के निवाही नवारुण पोद्दार ने। उन्हें भारतीय अनुसंधान केंद्र इसरो से बुलावा आया है। नवारुण बचपन से ही अपने पिता से अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की कहानियां सुना करते थे। तभी से उन्होंने बड़े होकर स्पेस साइंटिस्ट बनने की सोच ली थी और आज उनका यह सपना पूरा हुआ है। आखिरकार उन्हें भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र इसरो से फोन आया। वे जल्द ही वहां ज्वाइन करेंगे। नवारुण पोद्दार ने कृष्णानगर के एक निजी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ाई की। वह बचपन से ही पढ़ाई में बहुत अच्छे थे।
विसतृत कल के सन्मार्ग में