नाकतला : जहां लोग पार्थ दा बोलते थकते नहीं थे अब हैं स्तब्ध, पसरा है सन्नाटा

सारा दिन टीवी व मोबाइल पर टिकीं रहती हैं निगाहें
नाकतला उदयन संघ ने पार्थ चटर्जी से झाड़ा पल्ला
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : नाकतला जहां पार्थ चटर्जी ने अपने जीवन के हर पल बिताये हैं। लोगों ने उन्हें बहुत करीब से देखा है। आते – जाते लोगों का दुआ सलाम लेते थे। आज लोगों के प्रिय कहलाने वाले पार्थ दा के नाकतला में उनके घर के सामने पसरा है सन्नाटा। वहां से गुजरने वाला हर एक व्यक्ति एक बार उनके घर की तरफ जरूर देखता है। जहां लोग पार्थ दा बोलते थकते नहीं थे, आज वहां लोग स्तब्ध हैं, तो कुछ गुस्से में हैं। रातोंरात बदल गयी उनकी पूरी शख्सियत। पिछले शुक्रवार से मामले में जैसे-जैसे नये मोड़ आ रहे हैं, लाेगों को बेहद ही हैरानी भी हो रही है। सोमवार को मंत्री पार्थ चटर्जी के निवास स्थान नाकतला में स्थानीय लोगों की निगाहें टीवी पर टिकी रहीं। जगह – जगह पार्थ चटर्जी मामले की ही चर्चा रही। कुछ लोग जहां खुलकर बात कर रहे थे वहीं कुछ लोग चुप्पी साधे हुए थे। कुछ तो इस पूरी घटना पर स्तब्ध हैं।
पूजा कमेटी ने कहा, दो सालों से पार्थ चटर्जी से कोई वास्ता नहीं
नाकतला उदयन संघ जहां हर बार ही पार्थ चटर्जी को उद्घाटन मंच पर देखा जाता था, वहीं क्लब के सदस्य ने कहा कि पिछले दो सालों से पार्थ चटर्जी का इस पूजा कमेटी से सीधे तौर पर कोई वास्ता नहीं है। वे विधायक व मंत्री हैं इसलिए आमंत्रित किया जाता रहा है। क्लब के एक सदस्य ने कहा कि पार्थ चटर्जी को लेकर जो चल रहा है उससे हमारे पूजा आयोजन से कोई वास्ता नहीं है, पहले की तरह ही आयोजन हो रहा है। इस बार भी उद्घाटन कार्यक्रम में सीएम ममता बनर्जी को आमंत्रण करना चाहते हैं।
लोगों ने कहा, जो हुआ उसकी उम्मीद नहीं थी
स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने कभी साेचा नहीं था कि ये सब देखना होगा। अभी जांच जारी है, नहीं पता कि इतने रुपये कहां से कैसे आये, लेकिन पिछले चार दिनों से जो चीजें उभरकर सामने आयी हैं, वह पार्थ दा के लिए अच्छा नहीं है। खासकर जो कहा जा रहा है कि वह महिला पार्थ दा की करीबी है, इससे भी लोगों में नाराजगी है।
अगर पार्थ दा ने दीदी का नाम लिया तो गलत किया
सूत्रों के अनुसार शनिवार को गिरफ्तारी के बाद पार्थ चटर्जी को उनके घनिष्ठ लोगों को फोन करने की अनुमति ईडी ने दी थी। आरोप है कि तभी पार्थ ने ईडी को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम और फोन नंबर दिया था। नाकलता के लोगों में इस बात पर नाराजगी है कि आखिर क्यों पार्थ चटर्जी जैसे एक सीनियर लीडर ने ममता बनर्जी के नाम का उल्लेख किया। अगर ऐसा पार्थ चटर्जी ने किया है तो गलत किया।

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