दावा : खिदिरपुर फ्लाईओवर पर कंपन सामान्य
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : शहर के व्यस्ततम फ्लाईओवरों में शामिल नागेरबाजार तथा खिदिरपुर फ्लाईओवर की स्वास्थ्य जांच पूरी हो गयी है। रिपोर्ट भी दोनों की आ गयी है। अब अगला कदम इसकी मरम्मत तथा रंग – रूप में बदलाव का होगा। एचआरबीसी अधीन इन दोनों फ्लाईओवरों के लिए कई प्लानिंग की गयी है। एचआरबीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सन्मार्ग को बताया कि कई फ्लाईओवरों का हेल्थ चेकअप किया गया है। सबकी अलग अलग रिपोर्ट है। इनमें हमलोग नागेरबाजार फ्लाईओवर तथा खिदिरपुर फ्लाईओवर का मरम्मत कार्य करने जा रहे हैं, हालांकि हेल्थ रिपोर्ट में बहुत ज्यादा कोई चिंता की बात नहीं हैं। एक के बाद एक काम किया जायेगा। ट्रैफिक व्यवस्था काे ध्यान में रखकर काम होंगे।
फ्लाईओवर की हेल्थ रिपोर्ट में दिये गये ये सुझाव
वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राइट्स द्वारा यह हेल्थ चेकअप किया गया है। इनमें मुख्य रूप से फ्लाईओवर की ज्वाइंट, नट बोल्ट, पिलर इत्यादि को लेकर काम करने का सुझाव दिया गया है। इस पर हमलोग अमल करने जा रहे हैं। इसके साथ दोनों फ्लाईओवरों का दोबारा रंग रोगन भी किया जायेगा। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी फ्लाईओवर का भार वहन क्षमता टेस्ट किया गया था। अधिकारी ने कहा कि हमलोग किसी तरह की जोखिम नहीं लेना चाहते हैं।
दावा : खिदिरपुर फ्लाईओवर पर कंपन सामान्य
खिदिरपुर फ्लाईओवर पर तेज रफ्तार से वाहन जाने पर एक कंपन महसूस होता है। हालांकि एचआरबीसी ने इसे फ्लाईओवर के लिए सामान्य बताया है। उनके मुताबिक लंबे फ्लाईओवरों पर ऐसा महसूस होता है। यह कंपन सामान्य बात है। इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है।
महत्वपूर्ण रास्तों को जोड़ते हैं नागेरबाजार तथा खिदिरपुर फ्लाईओवर
खिदिरपुर फ्लाईओवर हेस्टिंग के पास से फैंसी मार्केट तक जाता है। पोर्ट में जाने के लिए तथा जाम से बचने के लिए इस फ्लाईओवर से अधिकांश गाड़ियां गुजरती हैं। यहां से सीधे बी एन आर, मटियाब्रुज या फिर तारातल्ला की तरफ भी जाया जाता है। इधर, नागेरबाजार फ्लाईओवर काफी अहम फ्लाईओवर है। यहां से दमदम, एयरपोर्ट, बीटी रोड, आरजीकर व अन्य कई अहम गंतव्य तक जाने के लिए यह काफी अहम फ्लाईओवर है।
एक नजर हेल्थ चेकअप की मुख्य बातों पर * फ्लाईओवर पर तुरंत भारी वाहनों पर रोक लगाने की आवश्यकता है या नहीं।
* जब फ्लाईओवर तैयार हुआ था उस समय कितने वाहन गुजरते थे और अभी कितने गुजरते हैं।
* सबसे खराब स्थिति तब हाेती है जब उस फ्लाईओवर या ब्रिज को बचाने का कोई उपाय नहीं बच जाता है और एक्सपर्ट्स अंत में तोड़ने का सुझाव देते हैं।
* इसके अलावा भी एक्सपर्ट्स कई अहम पहलुओं पर गौर करते हैं।
नागेरबाजार और खिदिरपुर फ्लाईओवर की होगी मरम्मत, बदला रूप – रंग
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