
अगले महीने बंगाल आ सकते हैं नड्डा
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : वर्ष 2024 में देश में लोकसभा चुनाव होने वाला है। पश्चिम बंगाल की बात करें तो यहां से गत लोकसभा चुनाव में भाजपा काे 18 सांसद मिले थे। हालांकि इस बार जो राजनीतिक परिस्थितियां हैं, उसमें भाजपा बिखरती हुई नजर आ रही है। एक तरफ नेताओं के इस्तीफे तो दूसरी ओर आपसी गुटबाजी के कारण ही इस समय पार्टी चर्चा का विषय बनी हुई है। ऐसे में भाजपा के ही कुछ नेताओं ने पूरे मुद्दे को लेकर केंद्रीय हस्तक्षेप की मांग की थी। इसके बाद तय किया गया था कि इस महीने के अंत में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पश्चिम बंगाल के दौरे पर आयेंगे। हालांकि उनका ये दौरा टल गया और अब मई महीने के पहले सप्ताह में उनके आनेे की चर्चा है। हालांकि शाह के इस दौरे से पहले ही राज्य की परिस्थिति समझने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोषको दिल्ली में बुलाया। सूत्रों के अनुसार, संसदीय कमेटी की बैठक में शामिल होने के लिए दिलीप घोष गत सोमवार को दिल्ली गये थे। मंगलवार को उनके वापस लौटने की बात थी, लेकिन पश्चिम बंगाल की परिस्थिति समझने के लिए नड्डा उनके साथ बैठना चाहते थे। इसके बाद कोलकाता लौटने का कार्यक्रम दिलीप घोष ने स्थगित कर दिया। गत बुधवार की शाम लगभग 4 बजे पार्टी हेडक्वार्टर में हुई बैठक में प्रदेश भाजपा में चल रहे असंतोष के विषय पर नड्डा को विस्तृत तौर पर दिलीप घोष ने बताया। सूत्रों के अनुसार, प्रदेश भाजपा में असंतोष के पीछे मौजूदा प्रदेश नेतृत्व की भूमिका को लेकर नड्डा ने जानना चाहा। राज्य के मौजूदा वरिष्ठ नेताओं का संपर्क, उपचुनावों में हार का कारण, राज्य सरकार की प्रशासनिक व्यर्थता के बावजूद सरकार विरोधी आंदोलन सही ढंग से नहीं होने जैसे मुद्दे भी बैठक में उठे। इस बारे में दिलीप घोष ने सन्मार्ग को बताया, ‘राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति से लेकर पार्टी संबंधी बात नड्डा जी से हुई। लगभग 40 मिनट तक हमारी बैठक चली और मैंने उनसे राज्य में आने का आग्रह किया तो उन्होंने अगले महीने आने का आश्वासन दिया है।’