ममता के निर्देश पर मेयर ने अधिकारियों के साथ किया इलाके का दौरा
5 लाख और डेढ़ लाख रुपये तक दिया जाएगा मुआवजा
सन्मार्ग संवाददाता
काेलकाता : बहूबाजार इलाके में ईस्ट-वेस्ट मेट्रो की भूमिगत सुरंग के निर्माण कार्य के चलते एक बार फिर 10 घरों में दरारें पड़ीं जिसकी वजह से दहशत में आकर करीब 200 लोगों ने अपना घर छोड़ा और होटलों में रहने गये। यह पहली बार नहीं है बल्कि पहले भी ऐसी स्थिति का सामना लोगों को करना पड़ा है। बार-बार आ रही इस दिक्कत पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ी नाराजगी जतायी है तथा तत्काल इसके समाधान का निर्देश दिया है। साथ ही ममता ने मेयर फिरहाद हकीम और मुख्य सचिव एच के द्विवेदी को घटनास्थल का दौरा करने के लिए भेजा। मेयर ने बताया कि चरणबद्ध चल रहे कार्य के करीब 10 दिन पहले मेट्रो को बताना होगा तथा वहां रह रहे लोगों को हटाना होगा ताकि काम के दौरान लोगों को किसी तरीके की दिक्कत न आये।
लोगों के लिए 5 लाख के मुआवजे का ऐलान
मेयर ने कहा कि जो लोग इलाका छोड़कर चले गये हैं केएमआरसीएल उन लोगों को 30 दिन के अंदर 5 लाख रुपये मुआवजे के तौर पर देगा। मालूम हो कि यहां दुर्गा पिटुरी लेन और मदन दत्त लेन के कई घरों में दरारें आने की वजह से लोगों को घर छोड़कर दूसरी जगह जाना पड़ा है। दुकानदार जो प्रभावित हए हैं उन्हें निगम के सुपरविजन के तहत मुआवजा दिया जाएगा। अगर दुकान 100 स्क्वायर वर्गफीट है तो मुआवजे की राशि डेढ़ लाख होगी वहीं दुकान 100 स्क्वायर वर्गफीट से अधिक है तो राशि 5 लाख होगी।
तैयार होगा कैंप ऑफिस
मेयर ने बताया कि सीएम के निर्देश पर यहां बहूबाजार में कैंप ऑफिस तैयार किया जाएगा जहां स्थानीय थाने के ओसी, पार्षद, कोलकाता नगर निगम के बिल्डिंग विभाग के अधिकारी, केएमआरसीएल के प्रतिनिधि रहेंगे। स्थानीय लोगों को अगर किसी तरह की समस्या आती है तो वह इस कैंप में आकर उसकी सूचना देंगे जिसका समाधान हाथोंहाथ करने की कोशिश की जाएगी।
बहूबाजार में लोगों को शिफ्ट करने के बाद ही होगा मेट्रो का कार्य
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