
जून में ही पहला चरण शुरू होने की उम्मीद
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाताः यदि सबकुछ सही रहा तो इसी साल आपको जोका से मेट्रो का सफर करने का मौका मिल सकेगा। जोका-एस्प्लानेड मेट्रो कॉरिडोर परियोजना पर काम काफी जोरों पर चल रहा है। संभावना जताई जा रही है कि इसी साल जून महीने में ही पहला चरण शुरू हो सकता है।
जोका होगा अत्याधुनिक मेट्रो डिपो, करीब 25 एकड़ में फैला
जोका मेट्रो डिपो करीब 25 एकड़ में फैला हुआ है। यह काफी अत्याधुनिक डिपो भी होगा। मनोज जोशी, महाप्रबंधक, मेट्रो रेलवे ने पिछे साल जोका-एस्प्लेनेड मेट्रो परियोजना के जोका-माझेरहाट खंड का विस्तृत निरीक्षण भी किया था। वह इसी दौरान जोका डिपो भी गए थे। जोका मेट्रो डिपो कई खूबियों से लैस होगा।
फिलहाल ट्रॉली जा रही तारातल्ला तक
रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) की ओर से परियोजना का संचालन किया जा रहा है। जोका मेट्रो डिपो से तारातल्ला मेट्रो स्टेशन तक ट्रॉली के माध्यम से अक्सर ही अधिकारी व कर्मी निरीक्षण करते हैं। दरअसल पहले चरण के आने वाले स्टेशनों में जोका, ठाकुरपुकुर, साखेरबाजार, बेहला चौरास्ता, बेहला बाजार, तारातल्ला शामिल हैं। इसके बाद दूसरे चरण में माझेरहाट, मोमिनपुर, खिदिरपुर, विक्टोरिया मेमोरियल, पार्क स्ट्रीट व फिर एस्प्लानेड तक मेट्रो पहुंचेगी। परियोजना में 8 स्टेशन एलिवेटेड व 4 अंडरग्राइंड शामिल हैं। ज्ञात हो कि 2011 में परियोजना पर काम शुरू हुआ था।
जोका डिपो में जमीन अधिग्रहण व अतिक्रमण की परेशानी भी
जोका मेट्रो डिपो में जमीन अधिग्रहण, अवैध अतिक्रमण सहित कई परेशानी अब भी बरकरार है। इस बारे में एक अधिकारी ने कहा कि उम्मीद है कि सरकार व प्रशासन के बाद जल्द ही लंबति मुद्दों को सुलझा लिया जाएगा। कुल परियोजना करीब 16.72 कि.मी. की है।
जोका मेट्रो डिपो की कुछ खासियत
-ऑटोमैटिक कोच वाशिंग प्लांट (मेट्रो ट्रेन की ऑटोमैटिक धुलाई हो जाएगी)
-एफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट (गंदे पानी को स्वच्छ किया जा सकेगा)
-स्टोर यॉर्ड (मेट्रो कोच के व अन्य उपकरण व सामान रखे जाएंगे)
-प्रशासिनक भवन (मेट्रो अधिकारी व कर्मी रहेंगे)
-4 ब्रिज भी तैयार
-शेड-1 (कोच का रखरखाव हो सकेगा)
-शेड-2(कोच का रखरखाव हो सकेगा)
-1500 मीटर का टेस्टिंग ट्रैक भी