कल से शुरू होगा शादी का सीजन, जून तक 70 लाख शादियाें का अनुमान

13 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का व्यापार होने की संभावनाएं
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : पिछले वर्ष शादियों के सीजन में हुए जोरदार व्यापार से उत्साहित होकर कोलकाता सहित देश भर के व्यापारी अब 15 जनवरी से शुरू होकर जून महीने तक चलने वाले शादी के बड़े सीजन में बड़े व्यापार करने की कोशिशों में जुट गए हैं | 15 जनवरी मकर संक्रांति से शुरू होकर जून तक के लगभग 6 महीनों के शादी सीजन में देश भर में लगभग 70 लाख शादियां होने का अनुमान है जिस कारण अकेले शादियों की वजह से इस सीजन में लगभग 13 लाख करोड़ रुपए से अधिक का व्यापार होना आंका जा रहा है। यह कहते हुए कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि अकेले दिल्ली में इस सीजन में लगभग 8 लाख से ज्यादा शादियां होने का अनुमान है जिससे दिल्ली में ही लगभग 1.25 लाख करोड़ रुपए के व्यापार की सम्भावना है।
पिछले साल एक महीने में हुई थीं इतनी शादियां
पिछले वर्ष नवम्बर से दिसंबर तक के महीने में शादियों के चरण में लगभग 32 लाख शादियां हुई थीं तथा लगभग 3.75 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का व्यापार हुआ था। कुल मिलाकर इस एक महीने के शादी के सीजन में लगभग 13 लाख करोड़ रुपये का धन प्रवाह बाजारों में इस वर्ष शादी की खरीदी के माध्यम से होना संभावित है।
शादियों के सीजन ने लिया बड़े व्यापार का रूप
बी. सी. भरतिया एवं प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि शादियों के सीजन के अच्छे व्यापार की संभावनाओं को देखते हुए देश भर के व्यापारियों ने व्यापक तैयारियां की हैं। उन्होंने बताया कि प्रत्येक शादी का लगभग 80% खर्च शादी को सम्पन्न कराने में काम करने वाली अन्य तीसरी एजेंसियों को जाता है जबकि मात्र 20% पैसा ही वर-वधू के परिवारों को सीधा मिलता है। खास बात यह है कि यह 80% पैसा कहीं रुकता नहीं है बल्कि घूम फिरकर तरह-तरह की खरीदारी से बाजार में ही आता है जिससे वित्तीय तरलता बनी रहती है। इस कारण शादियों का सीजन भी देश में एक बड़े व्यापार का रूप ले चुका है।
बंगाल और नॉर्थ-ईस्ट में 15 से 20% कारोबार
बी. सी. भरतिया ने बताया कि चूंकि बंगाल और नॉर्थ-ईस्ट में मारवाड़ियों की प्रचुरता है और वे शादियों में काफी खर्च भी करते हैं। इस कारण कुल कारोबार का 15 से 20% पश्चिम बंगाल और नॉर्थ-ईस्ट में होने का अनुमान है। वहीं कुल 70 लाख शादियों में से 10 लाख शादियां ओडिशा, बंगाल, बिहार व उत्तर-पूर्वी राज्यों में होने का अनुमान है।

शेयर करें

मुख्य समाचार

Radha Ashtami 2023: राधा अष्टमी पर अगर पहली बार रखने जा …

कोलकाता : हिंदू धर्म में भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष की अष्टमी की तिथि को बहुत ज्यादा धार्मिक महत्व माना गया है क्योंकि इस दिन भगवान आगे पढ़ें »

Kolkata Traffic Jam : चरमरा गई कोलकाता की ट्रैफिक व्यवस्‍था, घंटों जाम में फंसे रहे लोग

कोलकाता : आदिवासी संगठनों के जुलूस के कारण पूरे महानगर सहित हावड़ा ब्रिज पर यातायात ठप हो गया। यातायात अभी भी बाधित है। आंदोलनकारी धर्मतल्ला आगे पढ़ें »

ऊपर