
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : गुरुदेव को याद करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि साहित्य और कला में टैगोर के योगदान ने राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को आकार दिया है और दुनिया भर में कई लोगों को प्रेरित किया है। सीएम ने मंगलवार को धनधान्य ऑडिटोरियम से कहा कि कवि प्रणाम कार्यक्रम 10 से 24 मई तक चलेगा। इन 15 दिनों में तीन हजार कलाकार रवींद्र सदन के कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। रवींद्र जयंती के मौके पर ममता बनर्जी ने कहा कि आज शपथ लेने की बारी है। कविगुरु ने बंगाल को जिन आदर्शों से आगे बढ़ाया, जिन आदर्शों से उन्होंने विश्व का मार्गदर्शन किया, उनसे हम कभी विचलित न हों। उन्होंने गुरुदेव के योगदान को याद करते हुए उनके प्रति श्रद्धा भाव अर्पित किया। उन्होंने कहा कि आप शेक्सपियर पढ़ते हैं, सभी भाषाएं सीखते हैं, इसमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन हमें अपनी मातृभाषा को नहीं भूलना चाहिए।
गुरुदेव को ममता ने किया नमन
ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा कि मैं गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। साहित्य और कला में उनके महान योगदान ने हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को आकार दिया है और दुनिया भर में कई लोगों को प्रेरित किया है। उनकी शिक्षाएं और दर्शन हम सभी का मार्गदर्शन करते रहे। टैगोर का जन्म बंगाली कैलेंडर के अनुसार वर्ष 1348 में ‘बोइसाख’ के 25वें दिन हुआ था, जो इस साल 9 मई को पड़ा है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, उनका जन्म सात मई 1861 को कोलकाता के जोड़ासांको ठाकुरबाड़ी में हुआ था।