
फिर मुंगेर के बने हथियार मिले एसटीएफ को
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाताः सख्त पाबंदियों के तहत बस व लोकल ट्रेनें बंद हैं। ऐसे में मोटरसाइकिल से ही बीरभूम से कोलकाता में हथियारों की तस्करी की कोशिश की गई। हालांकि गुप्त सूत्र से सूचना मिलने पर पुलिस ने उक्त वृद्ध को गिरफ्तार कर लिया जो कि हथियार लेकर पहुंचा था। उसके पास से कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने आधुनिक ‘मुंगेरी’ हथियार बरामद किया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए 72 वर्षीय व्यक्ति की पहचान राजेंद्र प्रसाद उर्फ शेख मकबूल उर्फ मकबूल हुसैन के रूप में हुई है। उसे शुक्रवार रात उत्तर कोलकाता के अम्हर्स्ट स्ट्रीट इलाके से गिरफ्तार किया गया। गुप्त सूत्रों ने एसटीएफ के जासूसों को बताया था कि हथियारों की तस्करी वापस कोलकाता में की जा रही थी। एसटीएफ ने अम्हर्स्ट स्ट्रीट इलाके में एपीसी रोड पर भी छापेमारी की।एक वृद्ध को बाइक से आते देखा गया। उसकी बाइक रोककर जांच की गई। बाइक की सीट के नीचे बैग खोलते ही हथियार बाहर निकल आया। देखा गया कि बैग के अंदर चार ‘मुंगेर मेड’ सेवन एमएम पिस्टल छिपी हुई है। एसटीएफ ने आठ मैगजीन भी बरामद कीं, जिनमें से प्रत्येक में एक पिस्तौल थी। उससे पूछताछ करने पर पता चला कि गिरफ्तार वृद्ध का असली घर बिहार के भागलपुर के कहलगांव में है। इसके अलावा वह बीरभूम के सादापुर में भी रहता है। वह इस स्थान का उपयोग दरअसल तस्करी के दौरान ठहरने के लिए भी करता है।
इलाज के नाम पर बाइक से करता था हथियारों की तस्करी
कभी इलाज के नाम पर तो कभी किसी नजदीकी रिश्तेदार को अस्पताल में दिखाने के नाम पर अलग-अलग जगहों पर बाइक वह लेकर जाता था। इसके लिए दस्तावेज भी वह रखता था। हाल ही में, कोलकाता में हथियार डीलरों ने उससे संपर्क किया और हथियारों का ‘आदेश’ दिया था। वह बिहार से सात एमएम हथियार लेकर आया था। वह सख्त पाबंदियों के बीच अपनी बाइक से बीरभूम से कोलकाता पहुंचा। एसटीएफ सूत्रों का मानना है कि उसने पहले भी बस या ट्रेन से हथियारों की तस्करी की है। किसी को भी उनके सामान्य रूप से बूढ़े होने का संदेह नहीं था। पुलिस ने कहा कि वे यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या उसने दूसरे जिले में हथियारों की फैक्ट्री खोली थी।