शोभायात्रा पर हमला सोची समझी साजिश : दिलीप घोष
बहुतायत संख्या में बाहरी लोग शामिल हुए : कल्याण बनर्जी
सन्मार्ग संवाददाता
हुगली : रिसड़ा में शोभायात्रा के दौरान दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प में महिलाएं व बच्चे भी घायल होगये। हालांकि इसे रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े मगर फिर भी कई जगहों पर आगजन की घटना घटी। वहीं आरोप है कि घटना को लेकर अब यह सवाल खड़े हो गये हैं कि गत 3 दिनों पहले यानी की गत गुरुवार से लेकर शुक्रवार को हावड़ा के शिवपुर में हुई हिंसा की घटना से किसी ने भी सबक नहीं लिया। यहां तक की पुलिस की ओर से भी जुलूस को अनुमति दी गयी तो किन-किन रूटों से यह जुलूस निकाला गया। वहीं यह भी सवाल खड़ा हो रहा है कि चंदननगर कमिश्नरेट की पुलिस ने हावड़ा सिटी पुलिस से सबक न लेते हुए इस हिंसक झड़क को होने दिया और पुलिस वहां पर तमाशबीन नजर आयी।
क्या कहा राजनेताओं ने : भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने आरोप लगाया कि शोभायात्रा पर हमला सोची समझी साजिश के तहत की गई थी। शोभायात्रा जब अपने अंतिम पड़ाव की तरफ बढ़ रही थी तभी वहां मौजूद लोगों को निशाना बनाया गया। उन पर पथराव किए गए। दिलीप घोष ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब वह रिसड़ा में आयोजित होने वाले शोभायात्रा में शामिल हुए हैं। इसके पहले भी वह कई बार यहां शोभायात्रा में शिरकत कर चुके हैं। किसी भी वर्ष इस तरह की घटना नहीं घटी थी। उन्होंने कहा कि महेश जाने से ठीक पहले लोगों पर पथराव किया जाने लगा। अचानक हुए इस हमले से शोभायात्रा में शामिल लोग दहशत में आ गए। कई लोग पथराव में घायल हो गए। लोग विभिन्न इलाकों से होकर किसी तरह स्टेशन पहुंचे। दिलीप ने कहा कि स्वंय उनके अंगरक्षकों ने शील्ड के जरिए उनका बचाव करते हुए किसी तरह उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि पुरसुड़ा के विधायक विमान घोष गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनके कान में टांके पड़े हैं। उनके इन सवालों का जवाब देते हुए श्रीरामपुर के सांसद कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया है कि शोभायात्रा में बहुतायत संख्या में बाहरी लोग शामिल हुए थे। इन लोगों के कारण ही स्थिति अचानक बेकाबू हो गई। सासंद ने आरोप लगाया कि शोभायात्रा के आयोजकों ने अनुमति लेने के दौरान इस बात की जानकारी नहीं दी थी कि इस रैली में राजनीतिक दल के प्रतिनिधी भी मौजूद रहेंगे। उन्होंने कहा कि घटना की सूचना पाते ही पुलिस मौके पर पुहंच कर स्थिति को नियंत्रित करने में जुट गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि बाहरी लोगों ने जानबुझ कर स्थानीय लोगों को उकसाया।
शिवपुर की घटना से नहीं ली गयी सबक, रिसड़ा में भी हिंसक झड़प
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