
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : डॉक्टरों के अभाव के कारण बुधवार को कोलकाता मेडिकल कॉलेज के नेफ्रोलॉजी के ओपीडी को बंद करना पड़ा। इस कारण किडनी के मरीजों को काफी परेशानी हुई। नेफ्रोलॉजी के विशेषज्ञ डॉक्टर एक ही हैं। उन्हें एसएसकेएम में भेजे जाने के कारण यह समस्या देखने को मिली। एसएसकेएम के नेफ्रोलॉजी की डॉक्टर अर्पिता राय चौधरी का हाल में उत्तर बंगाल में तबादला किया गया था। उनके बदले मेडिकल के डॉक्टर को एसएसकेएम में भेजा गया था। राज्य सरकार की ओर से दुआरे पीजी योजना चालू की गयी है जिसके तहत पीजी के डाॅक्टर गांव-गांव जा रहे हैं और गांव के लोगों का इलाज कर रहे हैं। ऐसे में डॉक्टरों के अभाव की मार मेडिकल कॉलेज को झेलनी पड़ी। हुगली से आये 60 वर्षीय एक व्यक्ति को किडनी की समस्या थी, उसे बुधवार की तारीख मिली थी, लेकिन आउटडोर के सामने पहुंचने पर पता चला कि डॉक्टर नहीं देखेंगे। ऐसे में बगैर दिखाये ही वापस लौटना पड़ा। हालांकि अब अगले सप्ताह से यह समस्या नहीं होगी। इसे लेकर कोलकाता मेडिकल कॉलेज के अध्यक्ष इंद्रनील विश्वास ने कहा, ‘अगले सप्ताह से नेफ्रोलॉजी में डाॅक्टर दिया गया है। एक पीजी और एक डॉक्टर नीलरतन सरकार अस्पताल से भेजे जायेंगे। ऐसे में अगले बुधवार से यह समस्या नहीं होगी।’ यहां उल्लेखनीय है कि प्रत्येक बुधवार को मेडिकल कॉलेज व अस्पातल के नेफ्रोलॉजी विभाग में डॉक्टर आते हैं।