पुरुलिया : कुर्मी समुदाय द्वारा मांगों को लेकर जारी गतिरोध आखिरकार पांच दिन बाद समाप्त हो गया। कुर्मी समुदाय ने शनिवार को आंदोलन वापस ले लिया। तीनों जिलों के जिलाधिकारी से चर्चा के बाद मामला शांत हुआ। आंदोलनकारियों ने ‘रेल रोको’ कार्यक्रम वापस ले लिया। उल्लेखनीय है कि, कुर्मी जाति को अनुसूचित जनजाति के रूप में शामिल करने और कुड़माली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने, सरना धर्म को धर्म कोड प्रदान करने की मांग को लेकर पिछले चार दिनों से राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू किया गया था। इसके कारण पुरुलिया, पश्चिम मिदनापुर और झाड़ग्राम जिले के कुछ हिस्से लगभग अवरुद्ध हो गए थे।