कोलकाताः शिक्षक भर्ती घोटाले में युवा तृणमूल नेता कुंतल घोष ईडी की हिरासत में हैं। कुंतल को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने शनिवार को इस आरोप में गिरफ्तार किया था कि उसने नौकरी देने के नाम पर करोड़ों रुपए वसूले थे। हालांकि, गिरफ्तारी के बाद से वह दावा कर रहा है कि उसने नौकरी के बदले कोई पैसा नहीं लिया। उसे झूठा फंसाया जा रहा है। उसे तापस मंडल ने फंसाया है।
भर्ती भ्रष्टाचार मामले के एक अन्य आरोपी तापस मंडल ने कुंतल पर स्कूल में नौकरी दिलाने के नाम पर करीब 19.5 करोड़ रुपये लेने का आरोप लगाया था। फिर सीबीआई-ईडी ने कुंतल के खिलाफ कार्रवाई की। हालांकि कुंतल का दावा है कि तापस ने उनसे 50 लाख रुपये मांगे, लेकिन न देने के बाद उसे भ्रष्टाचार में उनका नाम फंसाया जा रहा है।
ईडी-सीबीआई जांच में दावा किया गया है कि इस भ्रष्टाचार की जड़ें बहुत गहरी हैं। इस भर्ती भ्रष्टाचार में अब तक केंद्रीय जांच दल कई लोगों को गिरफ्तार कर चुका है। हालांकि, उनका दावा है कि कई अन्य शामिल हैं। लेकिन वे कौन हैं? उस तलाश में लगभग हर दिन कोई न कोई नया नाम सामने आ रहा है। ईडी सूत्रों के मुताबिक कुंतल के घर से एक डायरी बरामद हुई है। उस डायरी में कई अनजाने सवालों के जवाब हैं। कुछ सांकेतिक भाषा में लिखे गए हैं। इसे बचाने का प्रयास किया जा रहा है। कुंतल ने केंद्रीय जांच अधिकारियों के सामने यह भी दावा किया कि उन्होंने किसी से पैसे नहीं लिए। पैसे किसी और ने ले लिए। उसने केवल 10 प्रतिशत कमीशन लिया!
इसके बाद से ही सवाल है कि यह तीसरा शख्स कौन है? ईडी सूत्रों के मुताबिक, कुंतल ने अभी तक इस बात का जवाब नहीं दिया है कि यह तीसरा शख्स कौन है। इसका पता लगाने की कोशिश की जा रही है। सोमवार को कुंतल को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल लाया गया। वहां से निकलकर सीजीओ कॉम्प्लेक्स जाते समय कुंतल ने कहा, ‘नीलाद्री घोष ने पैसे लिए हैं!’