कोलकाता : कोलकाता में 34 दिनों से प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टर्स को बंगाल सरकार ने गुरुवार को तीसरी बार बातचीत का न्योता दिया है। चीफ सेक्रेटरी मनोज पंत ने शाम 5 बजे बैठक के लिए डॉक्टर्स को बुलाया है। हालांकि, सरकार ने बैठक का लाइव टेलीकास्ट करने से मना कर दिया है और केवल 15 डॉक्टरों को बैठक में शामिल होने की अनुमति दी है, जबकि प्रदर्शनकारी डॉक्टर्स 30 मेंबर्स के साथ मीटिंग की मांग पर अड़े हैं।
जूनियर डॉक्टर्स की शर्तें
डॉक्टर्स ने स्पष्ट किया है कि वे मीटिंग के लाइव टेलीकास्ट और 30 मेंबर्स की उपस्थिति के बिना बातचीत के लिए नहीं जाएंगे। पिछले दो प्रस्तावों को उन्होंने खारिज कर दिया है और उनकी 5 मुख्य मांगों के समाधान के बिना प्रदर्शन जारी रखने का निर्णय लिया है।
ED का दूसरा छापा
दूसरी ओर, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के ठिकानों पर एक हफ्ते में दूसरी बार छापा मारा है। कोलकाता के चिनार पार्क में घोष के पिता सत्य प्रकाश घोष के घर पर तलाशी ली गई। छापे के दौरान कुछ कमरों में ताले लगे हुए थे, जिन्हें तोड़कर खोला गया। घोष पर अस्पताल में वित्तीय गड़बड़ी के आरोप हैं और यह छापा 6 सितंबर के बाद दूसरी बार डाला गया है।
सरकार की प्रतिक्रिया
बंगाल सरकार ने डॉक्टरों की शर्तों को मानने से इनकार कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि डॉक्टर खुले दिमाग से बातचीत करने को तैयार नहीं दिख रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि डॉक्टरों की ओर से सुबह-सुबह मेल भेजना राजनीतिक उकसावे का हिस्सा हो सकता है।
डॉक्टरों की प्रतिक्रिया
जूनियर डॉक्टरों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उनकी मुख्य मांग पीड़ित के लिए न्याय है और वे जल्द समाधान की उम्मीद कर रहे थे। उन्होंने सरकार पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी मांगें पूरी होने तक वे प्रदर्शन जारी रखेंगे।