कोलकाता : महज 25 वर्ष की उम्र में मधुपर्णा ठाकुर विधायक बनी हैं और ऐसा कर उन्होंने सबसे कम उम्र की विधायक होने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। बागदा विधानसभा सीट से जीत दर्ज करने के बाद तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार मधुपर्णा ठाकुर पूरे भारत में सबसे कम उम्र की विधायक बन गयी हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड यूपी के सुल्तानपुर के सपा विधायक अरुण वर्मा के नाम था। वह भी केवल 25 साल की उम्र में विधायक बने थे। सन्मार्ग से बात करते हुए उन्होंेने कहा कि हमारी प्राथमिकता समाज के लिए काम करना है।
गत वर्ष ही पूरी की पढ़ाई : तृणमूल सांसद ममता बाला ठाकुर की बेटी मधुपर्णा ठाकुर ने गत वर्ष यानी 2023 में ही अपनी पढ़ाई पूरी की है। उनकी एफिडेविट के अनुसार, मधुपर्णा ने वर्ष 2023 में वेस्ट बंगाल स्टेट यूनिवर्सिटी से यूजी सीबीसीएस छठे सेमेस्टर के तहत जूलॉजी में बी.एससी (ऑनर्स) किया है। उन्होंने अपनी बोर्ड की परीक्षा साल 2017 में केंद्रीय विद्यालय, कोलकाता से पास की। वहीं सेकेंडरी की पढ़ाई उन्होंने तुली पब्लिक स्कूल, नागपुर, महाराष्ट्र से की। पढ़ाई के साथ-साथ मधुपर्णा समाज सेवा से जुड़े कार्यों में भी आगे रहती हैं। उन्होंने 33,455 वोटों से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के विनय कुमार विश्वास को हराया।
मेरी प्राथमिकता होगी लोगों की सेवा : मधुपर्णा ठाकुर
मधुपर्णा ठाकुर ने जीत के बाद सन्मार्ग से कहा कि बागदा विधानसभा सीट हमने ममता बनर्जी को गिफ्ट के तौर पर दिया है। बागदा की जनता को ममता बनर्जी पर विश्वास था और हम उसी विश्वास को आगे बढ़ा रहे हैं। जिस तरह ममता बनर्जी ने लोेगों को सुविधाएं दी हैं, उसे देखते हुए ही लाेगों ने हमें वोट दिया है। देश की सबसे कम उम्र की विधायक बन कर निश्चित तौर पर काफी अच्छा लग रहा है, अब देखना है कि कितनी दूर तक जा सकती हूं। मेरी प्राथमिकता लोगों की सेवा करनी होगी। यहां बिजली की समस्या है। मैं चुनाव में घर-घर घूमी हूं, अब उनकी सेवा करनी है।