Kolkata Municipal Corporation : बुलडोजर चलने पर केएमसी में हुआ ‘महासंग्राम’

टीएमसी और भाजपा पार्षद हुए आमने- सामने, मचा बवाल
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : कोलकाता नगर निगम के काउंसिलर क्लब रूम में तृणमूल और भाजपा पार्षद आपस में भिड़ गए। शनिवार को मासिक अधिवेशन के बाद काउंसिलर क्लब रूम रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। इस दौरान भाजपा पार्षद सजल घोष, विजय ओझा, मीना देवी पुरोहित और भाजपा उत्तर कोलकाता के अध्यक्ष तमघ्न घोष के साथ तृणमूल पार्षद महेश शर्मा, असीम बोस, साधना बोस और कजरी बनर्जी के बीच जमकर बवाल हुआ। वार्ड नंबर 70 के पार्षद असीम बोस ने आरोप लगाया कि वार्ड 50 के पार्षद सजल घोष के सीआईएसफ सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें धक्का देकर बल का प्रयोग किया। वहीं वार्ड 22 और 24 के भाजपा पार्षद मीना देवी पुरोहित और विजय ओझा ने आरोप लगाया कि तृणमूल पार्षदों के समर्थकों ने उनके साथ मारपीट करने की कोशिश की।
आखिर क्यों मचा बवाल
शनिवार को केएमसी मुख्यालय में मासिक अधिवेशन के दौरान प्रस्ताव प्रक्रिया के समय पार्षद सजल घोष केएमसी के शिक्षा विभाग से जुड़े एक विवादित टेंडर पर प्रस्ताव पेश करने वाले थे। हालांकि, शिक्षा विभाग के मेयर परिषद सदस्य संदीपन साहा की अनुपस्थिति में प्रस्ताव को अगले मासिक अधिवेशन के लिए ट्रांसफर कर दिया गया। सजल के विरोध के बाद भी प्रस्ताव को पटल पर नहीं रखा गया। वहीं अधिवेशन की समाप्ति के बाद सजल घोष द्वारा एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया गया। विपक्ष के पार्षदों के कमरे में जगह की कमी होने के कारण संवाददाता सम्मेलन को काउंसिलर क्लब रूम में आयोजित किया गया। इस दौरान भाजपा के तीनों पार्षद, भाजपा उत्तर कोलकाता के अध्यक्ष तमघ्न घोष और भाजपा कार्यकर्ता सुनील सिंह उपस्थित थे। संवाददाता सम्मेलन के दौरान सुनील सिंह ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2004 में वार्ड 26 के रमेश दत्ता स्ट्रीट इलाके में एक मकान खरीदा था। इस मकान का उन्होंने म्यूटेशन भी करवाया है। कुछ दिनों पहले बिना किसी पूर्व नोटिस के केएमसी द्वारा मकान के सामने के हिस्से को एक बुलडोजर द्वारा तोड़ दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि वह भाजपा कार्यकर्ता हैं। यह संवाददाता सम्मेलन जारी ही था कि वार्ड 42 के पार्षद महेश शर्मा मौके पर पहुंचे और उन्होंने भाजपा पार्षदों पर केएमसी के काउंसिलर क्लब रूम का इस्तेमाल पार्टी कार्यालय के तौर पर किए जाने का आरोप लगाया। विवाद बढ़ने पर केएमसी के चीफ व्हिप बप्पादित्य दासगुप्ता, तृणमूल के अन्य पार्षद असीम बोस, साधना बोस और कजरी बनर्जी भी मौके पर पहुंचे। देखते ही देखते विवाद ने मुठभेड़ का रूप ले लिया। असीम बोस ने आरोप लगाया कि सजल के साथ मौजूद दो सीआईएसएफ सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें धक्का दिया और बल का प्रयोग किया। इस घटना में उनका कुर्ता भी फट गया। वहीं विजय ओझा और मीना देवी ने आरोप लगाया कि पार्षदों के समर्थकों ने उनके साथ मारपीट की। विवाद बढ़ने पर केएमसी में कार्यरत कोलकाता पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों को अलग किया।
‘अवैध रूप से फुटपाथ पर अतिक्रमण करने की वजह से चलाया गया था बुलडोजर’
इस घटना को लेकर दोनों पक्षों की ओर से मेयर फिरहाद हकीम को शिकायत की गई। मेयर ने बताया कि उन्होंने दोनों पक्षों की शिकायतों को सुना है। अगर विरोधी दल के पार्षद संवाददाता सम्मेलन करना चाहते हैं तो वह केएमसी प्रेस कॉर्नर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मकान के सामने फुटपाथ पर 16 वर्गफुट की जगह पर अवैध रूप से अतिक्रमण किया गया है। केएमसी के ठोस कचरा प्रबंधन विभाग द्वारा केवल अतिक्रमण की गयी जगह को ही तोड़ा गया है।
केएमसी में केंद्रीय वाहिनी के सुरक्षा कर्मियों के प्रवेश पर लगी रोक
इस घटना के बाद मेयर द्वारा केएमसी मुख्यालय में पार्षदों की केंद्रीय वाहिनी के सुरक्षा कर्मियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। मेयर ने कहा कि केएमसी मुख्यालय के ग्राउंड फ्लोर पर एक विजिटर रूम और रिसेप्शन तैयार किया जाएगा। पार्षदों के सुरक्षा कर्मी विजिटर रूम में रुकेंगे। इनमें उनके सुरक्षाकर्मी भी शामिल होंगे। काउंसिलर क्लब रूम में किसी भी बाहरी व्यक्ति को प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी। यदि कोई पार्षद किसी बाहरी व्यक्ति को बुलाता है तो उसे मुख्यालय में प्रवेश करने के लिए एक पर्ची दी जाएगी। मासिक अधिवेशन के दिन केएमसी में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी।

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