
कहा : थाने के पास है अवैध कार्य को रोकने का पर्याप्त अधिकार
केएमसी और पुलिस के पास मौजूद है तालाबों की तालिका
कोलकाता : अवैध तरीके से तालाबों को भरकर अपने निजी कार्यों के लिये इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ कोलकाता नगर निगम की ओर से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस बाबत प्रशासक फिरहाद हकीम ने एक नया फरमान जारी किया है जिसके अनुसार तालाबों को भरने से रोकने का प्रयास नहीं हुआ तो संबंधित क्षेत्र के पुलिस अधिकारी के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होगी। जिस इलाके में जो स्थानीय थाने हैं उन्हें यह जिम्मेदारी लेनी होगी कि इलाकों में तालाब न पाटे जाएं। अगर स्थानीय थाने की ओर से कार्रवाई नहीं होती है तो वहां मौजूद ओसी के खिलाफ एफआईआर की जाएगी, साथ ही कड़ी कार्रवाई होगी। कोलकाता नगर निगम में शनिवार को ‘टॉक टू केएमसी’ कार्यक्रम के दौरान तालाब भरने को लेकर लगातार कई शिकायतें मिल रही थीं। ऐसे में अब कड़े कदम उठाने का निर्देश दिया गया है। फिरहाद ने कहा कि ये सिर्फ निर्देश नहीं जरूरत पड़ने पर इस क्रियान्वित भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में मैंने निगम आयुक्त को पत्र भी लिखा है। हमारा सवाल है कि स्थानीय पुलिस अधिकारी को इस संबंध में जिम्मेदारी क्यों नहीं लेनी चाहिए? उन्होंने आगे कहा, ”अगर तालाब को भरकर कोई अवैध कार्य होता है तो उस कृत्य को रोकने का कानूनी अधिकार थाने को दिया गया है। फिरहाद ने कहा कि, ”तालाब भरने के मामले में थाने को पहले दखल देना होगा और कानूनी कार्रवाई करनी होगी।” ऐसा नहीं करने पर संबंधित थाने व अधिकारी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएं। कई मामलों में शिकायतें आती हैं, लेकिन शिकायतों का समाधान भी नहीं होता है। महानगर के सभी तालाबों की तालिका तैयार कर स्थानीय थानों को भी भेज दिया गया है और निगरानी रखने का भी निर्देश दिया गया है।