हुक्का बैन : युवाओं ने कहा, हुक्का नशा नहीं जरिया है टाइमपास का

नशे पर ही पाबंदी लगानी है तो क्लब-बार बंद करें, हुक्का बार नहीं
मेयर ने हुक्का बार का नया लाइसेंस जारी करने से मना किया
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : हुक्का की कहानी बहुत पुरानी है। पहले के लोग इसे अपनी शान मानकर पीते थे। समय के साथ हुक्का का चलन बदला और अब शौकिया तौर पर हुक्का का धुआं उड़ाया जाता है। हुक्का के नयेपन में बहुत कुछ नया जोड़ा गया है। तंबाकू के अलावा अब फ्लेवर हुक्का भी मिलता है जो युवा वर्ग को खास आकर्षित करता है। युवाओं के लिए हुक्का बार हुक्का के कश के साथ जगह है अपने दोस्तों के साथ अड्डा जमाने का, लेकिन इनकी यह खुशी ज्यादा दिन तक टिकी न रही। हुक्का बार को लेकर लगातार आ रही शिकायतों को सुनने के बाद कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने सख्त कदम उठाते हुए हुक्का बार पर बैन लगाने का आदेश दे दिया है। सरकारी स्तर पर इसे एक अच्छी पहल भले मानी जा रही हो लेकिन युवाओं के लिए सरकार का यह कदम अफसोसजनक माना जा रहा है।
युवा बोले, नशा बंद करो हुक्का बैन से क्या होगा
हुक्का पर लगे बैन को लेकर युवाओं में रोष है, मायूसी है। बादल शर्मा ने बताया कि हम सभी दोस्त हुक्का बार समय बिताने के लिये जाते रहे हैं। वहां हुक्का का कश भी लगाते हैं लेकिन निकोटिन का इस्तेमाल नहीं करते है। अब सरकार इसे बंद कर रही है तो हमारा मूड ऑफ हो गया है। वहीं वर्षा सुरोलिया कहती हैं कि वीकेंड पर हम सभी दोस्त ग्रुप में टाइमपास के लिए हुक्का बार में जाते हैं, वहां मस्ती करते हैं, बातें करते हैं तो स्ट्रेस कम होता है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। सरकार को अगर नशा ही बंद करना है तो बार या क्लब बंद करना चाहिए, हुक्का बार बंद करने का फायदा कुछ होने वाला नहीं है क्योंकि नशे में अपराध शराब पीने के बाद होता है, हुक्का पीने के बाद नहीं।
नहीं है हुक्का का विकल्प, अब क्या करें
युवाओं के लिए हुक्का जैसा विकल्प नहीं है। यहां वैसे ही हुक्का पार्लर की संख्या सीमित है। विजय अग्रवाल ने कहा कि हुक्का चाहे तो हम घर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन वहां बच्चों पर बुरा असर पड़ सकता है इसलिए पार्लर में जाकर हुक्का पीते हैं। ऋषभ गुप्ता ने कहा कि हमारे पास विकल्प नहीं है, अब कुछ किया नहीं जा सकता है। बस इतना ही समझ आ रहा है कि सरकारी नीतियों के चक्कर में हमारे मनोरंजन का साधन शटडाउन कर दिया गया।
100 सिगरेट के बराबर है 1 घंटे तक हुक्का पीना
हुक्का में जो निकोटीन होता है वह धीमे जहर जैसा आपके शरीर में असर डालता है। अपोलो मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल्स के सीनियर कंसल्टेंट इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. विकास मजूमदार ने बताया कि एक घंटे तक हुक्का पीने का मतलब 100 सिगरेट पीने के बराबर है। सिगरेट की ही तरह हुक्का भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। सरकार अगर हुक्का बार बंद कर रही है तो न सिर्फ आज बल्कि भविष्य के लिए भी अच्छी पहल है।

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