
5 जिलों में घर-घर दी जायेगी निःशुल्क दवा
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : फाइलेरिया रोग से लोगों को बचाने के लिए अब राज्य सरकार का स्वास्थ्य विभाग विशेष अभियान चलायेगा। गुरुवार से इसकी शुरुआत की गयी। इसके तहत राज्य के 5 जिलों में घर-घर जाकर लोगों को निःशुल्क दवाएं दी जायेंगी। मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) के तहत स्वास्थ्य विभाग के कर्मी 10 से 18 फरवरी तक बांकुड़ा, बीरभूम, मुर्शिदाबाद, पुरुलिया व पश्चिम बर्दवान जिलों के कुछ निर्दिष्ट इलाकों में यह कर्मसूची चलायेंगे और घर-घर जाकर लोगों को निःशुल्क दवा दी जायेगी। दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अधिक बीमार लोगों के अलावा सभी को फाइलेरिया की दवा दी जायेगी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2022 में राज्य में 35803 लिम्फोडेमा व 13486 हाइड्रोसिल से भुगतने वाले फाइलेरिया के मरीज हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ. सिद्धार्थ नियोगी ने कहा, ‘मच्छरों के काटने से फाइलेरिया की बीमारी होती है। सही समय में इस रोग को प्रतिरोध नहीं करने और हाइड्रोसिल जैसे लक्षण दिखायी देने पर इससे बचना काफी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में सभी लोगों को फाइलेरिया से लड़ने की दवा लेनी चाहिये।’ इसके अलावा राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में हाइड्रोसिल के ऑपरेशन की व्यवस्था है। जो लोग हाइड्रोसिल से पीड़ित हैं, उनके हाथ व पैर फूलने, दर्द, बुखार आदि शारीरिक असुविधाओं को कम करने के लिए सरकार की ओर से एमएमडीपी किट व ट्रेनिंग की भी व्यवस्था है। वर्ष 2027 तक राज्य को फाइलेरिया से मुक्त करने का लक्ष्य स्वास्थ्य विभाग का है।