
कोलकाता : रानी रासमणि एवेन्यू के धरना मंच से चुनाव बाद हिंसा में मृतकों के परिजनों को लेकर रैली निकालकर भाजपा नेता राजभवन तक गये। विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में भाजपा नेताओं ने पीड़ित परिवारों के साथ राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। भाजपा नेताओं को साथ लेकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। इसके साथ ही राज्यपाल ने पार्टीगत राजनीति से ऊपर उठने की सलाह भी मुख्यमंत्री को दी। भाजपा ने इस दौरान दावा किया कि 2021 के विधानसभा चुनाव के बाद राजनीतिक हिंसा में उनके कार्यकर्ताओं व समर्थकों की मौत हुई है। कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश पर मौत की कई घटनाओं की जांच सीबीआई कर रही है। पहले भाजपा नेताओं ने रानी रासमणि रोड पर धरना दिया। इसमें शुभेंदु अधिकारी व सुकांत मजूमदार के अलावा भाजपा नेता अग्निमित्रा पॉल, प्रियंका टिबड़ेवाल व कल्याण चौबे भी मौजूद थे। इसके बाद भाजपा नेता पीड़ित परिवारों के साथ राजभवन में गये और राज्यपाल से मुलाकात की। सभी परिवारों की बात राज्यपाल ने सुनी। इसके बाद मीडिया काे संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा, ‘1 साल बाद भी चुनाव बाद हिंसा में मृतकों के परिजनों के साथ न्याय नहीं हुआ। 1 साल के बाद मेरा मन विचलित और दुःखी है, एक ओर रामपुरहाट काण्ड में पीड़ितों को तत्काल राहत राशि दी गयी, ये अच्छा है, लेकिन दूसरी तरफ चुनाव बाद हिंसा में पीड़ितों के परिजन 1 साल भी न्याय से वंचित हैं। इससे राज्य की छवि धूमिल हो रही है। पार्टीगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करने की आवश्यकता है।’ राज्य में भेदभाव की राजनीति का आरोप भी राज्यपाल ने लगाया। राज्यपाल ने कहा कि भाजपा की ओर से उन्हें ज्ञापन सौंपा गया है जिस पर अध्ययन करने के बाद मैं इस संबंध में राज्य सरकार अथवा मुख्यमंत्री से बात करूंगा।