
रॉडन स्ट्रीट में अवैध कॉल सेंटर की आड़ में चलता था गोरखधंधा
अभियुक्तों के पास से 4 लैपटॉप, 70 मोबाइल फोन और 1.75 लाख रुपये नकद बरामद
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : महानगर में लोन दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का कोलकाता पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। कोलकाता पुलिस के एआरएस अधिकारियों ने मामले में 26 लोगों को गिरफ्तार किया है। घटना शेक्सपियर सरणी थानांतर्गत रॉडन स्ट्रीट इलाके की है। पुलिस के अनुसार अवैध कॉल सेंटर की आड़ में यह गोरखधंधा चल रहा था। अभियुक्तों के नाम राना कर्मकार, अच्युत घोष, कमलेश दास, रोनित चक्रवर्ती, जीत पाल, सुरजीत धर, मंजीत मल्लिक, विशाल मल्लिक, अरिंदम घोष, प्रीतम अधिकारी, सुदीप्त हाल्दार, अनुराग पाशी, प्रलय साहा, अबीर नस्कर, अपूर्व चटर्जी, शुभोदीप दास, संदीप बनर्जी, प्रशांत पाल, प्रसनजीत करन, पुष्पेंदु देवनाथ, सिद्धार्थ नाथ, पपाई दास, अभिषेक खटिक, सौरभ विश्वास, प्रणव घोष और शिवाशिष भट्टाचार्य हैं। अभियुक्तों के पास से 4 लैपटॉप, 70 मोबाइल फोन और नकद 1.75 लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार एआरएस अधिकारियों को गुप्त सूचना मिली थी कि रॉडन स्ट्रीट स्थित एक इमारत में अवैध कॉल सेंटर की आड़ में ठगी का गोरखधंधा चलाया जा रहा है। उक्त सूचना के आधार पर पुलिस की टीम ने अवैध कॉल सेंटर में छापामारी कर 26 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस को जांच में पता चला कि संदीप बनर्जी कॉल सेंटर में काम करने वाले लोगों को आम नागरिकों को ठगने के लिए प्रेरित करता है। पुलिस के अनुसार कॉल सेंटर में काम करने वाले लोग विभिन्न नागरिकों को फोन कर उन्हें कम ब्याज दर पर लोन दिलाने की बात कहते थे। आरोप है कि अगर कोई व्यक्ति उनकी बातों में फंसता तो जालसाज उन्हें कुल लोन अमाउंट क 2 से 3 प्रतिशत रुपया प्रोसेसिंग चार्ज के तौर पर उनके बैंक अकाउंट में जमा करने के लिए कहते थे। आरोप है कि प्रोसेसिंग चार्ज लेने के बाद जालसाज न ही उसे लोन देते और न ही उसके रुपये वापस करते थे। आरोप है कि अभियुक्तों ने इस तरह सैकड़ों लोगों से ठगी की है। फिलहाल पुलिस अभियुक्तों से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है।