Employment Opportunity : कोलकाता में बढ़ा रोजगार का अवसर, हुई 33% की वृद्धि | Sanmarg

Employment Opportunity : कोलकाता में बढ़ा रोजगार का अवसर, हुई 33% की वृद्धि

सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : महानगर के जॉब मार्केट में काफी अच्छी स्थिति देखी जा रही है। भारत के अग्रणी जॉब व प्रोफेशनल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म apna.co (अपना.को) द्वारा किये गये सर्वे में यह बात सामने आयी है। कैलेंडर ईयर 2023 के पहले क्वार्टर में अपना. को ने कोलकाता के जॉब मार्केट में काफी अच्छी स्थिति देखी। इस दौरान 25,000 नये रोजगार के अवसर रजिस्टर्ड किये गये और पिछले क्वार्टर की तुलना में इस बार 33% वृद्धि दर्ज की गयी। इस प्लेटफॉर्म पर हर 10 मिनट में नया जॉब पोस्ट रिकॉर्ड किया जा रहा है जिसमें कई तरह के जॉब जैसे कि टेलिकॉलिंग, बिजनेस डेवलपमेंट, अकाउंट्स, एचआर आदि शामिल हैं। जनवरी से मई 2023 के बीच उक्त प्लेटफॉर्म पर जॉब आवेदनों में 40% की बढ़ोतरी देखी गयी यानी प्रत्येक मिनट औसतन 6 नये जॉब आवेदन आये। रिपोर्ट के अनुसार, कोलकाता के जॉब मार्केट में उल्लेखनीय वृद्धि जनवरी 2023 में जी20 बैठक के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा के अनुरूप है। मुख्यमंत्री ने खुलासा किया था कि राज्य सरकार ने सफलतापूर्वक 12 मिलियन नौकरियां पैदा की हैं। जॉब पोस्ट में 33% वृद्धि और क्षेत्र में नियोक्ताओं की संख्या में 25% की आश्चर्यजनक वृद्धि हुई है। अपना.को के फाउंडर व सीईओ निरमित पारिख ने कहा, ‘कोलकाता के जॉब मार्केट में चल रही वृद्धि शहर के आर्थिक विकास को दर्शाती है। शिक्षित आबादी की संख्या बढ़ रही है और नौकरियों में नयी भूमिकाओं का सृजन हो रहा है।’ नियोक्ताओं में उल्लेखनीय वृद्धि के साथ-साथ अपना.को ने उपयोगकर्ता पंजीकरण में वृद्धि देखी है, जिसमें 2.25 लाख नए व्यक्ति सक्रिय रूप से रोजगार के अवसरों की तलाश कर रहे हैं। यह अगस्त-दिसंबर 2022 की समयावधि की तुलना में 56% से अधिक की उल्लेखनीय वृद्धि दर को दर्शाता है। प्लेटफॉर्म को हर मिनट 6 नए नौकरी के आवेदन प्राप्त हो रहे हैं जिसके परिणामस्वरूप कुल मिलाकर 9.5 लाख आवेदन मिले हैं। इन आवेदनों में से 4 लाख महिलाएं हैं जिन्होंने एचआर, अकाउंट्स, हेल्थकेयर, बिजनेस डेवलपमेंट जैसी विभिन्न नौकरी श्रेणियों के लिए आवेदन किया था।

ग्रामीण बंगाल में चिंता की स्थिति, लोग जा रहे दूसरे राज्यों में
एक तरफ कोलकाता में रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं तो दूसरी ओर, ग्रामीण बंगाल में स्थिति चिंताजनक है। जिलों से लाेग काम की तलाश में दूसरे राज्यों में जा रहे हैं। हाल में कोरोमण्डल एक्सप्रेस की दुर्घटना में पश्चिम बंगाल के 103 लोगों की मौत हुई जिसमें अधिकतर प्रवासी श्रमिक थे। अनाधिकारिक आंकड़ों की मानें तो हर साल पश्चिम बंगाल से 70 लाख से 1 करोड़ प्रवासी श्रमिक दूसरे राज्यों में काम की तलाश में जाते हैं।

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