
सोनू ओझा
कोलकाता : अपनी ही सोसाइटी में 21 करोड़ रुपये नकद मिलने की बात सुनकर लोगों को पहले तो यकीन ही नहीं हुआ। शुक्रवार की रात से लेकर शनिवार तक जो तस्वीर यहां के लोगों ने देखी वह उनके लिये फिल्मी दृश्य से कम भी नहीं था।
लोगों का कहना था कि यहां टावर टू में अर्पिता मुखर्जी रहती थी मगर वह ज्यादा दिखती नहीं थी। शॉप में भी सामान लेने अर्पिता का ड्राइवर ही आता जाता था। चूंकि सोसाइटी है तो लोगों की उतनी ज्यादा एक दूसरे से बातचीत नहीं होती थी।
अर्पिता को देखते नहीं थे, पार्थ दा आते थे : अर्पिता के टावर में ही रहने वाली महिला ने कहा कि हम यही रहते हैं लेकिन कभी अर्पिता को देखा नहीं। शायद वह किसी से ज्यादा बात नहीं करती थी। वहीं पार्थ चटर्जी को लेकर उनका कहना है कि वह कभी-कभी आते थे। उन्हें देखकर लगता था राज्य के मंत्री हैं उनका फ्लैट होगा तो ज्यादा कोई दिमाग नहीं लगाता था।
21 करोड़ ने लोगों के होश उड़ाये : लोगों के जेहन में पहला सवाल यही था अर्पिता को देखकर कि आखिर इतने पैसे वह लायी कहां से। 21 करोड़ कम नहीं होते हैं। पहले तो सुन कर लोगों के होश उड़ गये, लेकिन बाद में जब कैश ट्रंक भर कर ट्रक में ले जाया गया तो उन्हें यकीन भी हुआ और आश्चर्य भी कि आखिर कहां से इतने कैश आये।