
रखा 72 घंटे का रोजा
कोलकाता : कोलकाता के रहने वाले अल्ताब हुसैन ने ईद पर जानवरों की कुर्बानी के खिलाफ आवाज उठाते हुए 72 घंटे का रोजा (उपवास) रखा है। हुसैन का यह रोजा मंगलवार रात से शुरू हुआ। हर बार की तरह हुसैन के भाई ईद के मौके पर काटने के लिए बकरा लाए, इसे देखकर वह दुखी थे। अल्ताब हुसैन ने कहा, ‘पशुओं के प्रति क्रूरता बहुत बढ़ गई है और कोई इसके खिलाफ आवाज नहीं उठा रहा। मैं इसकी तरफ लोगों का ध्यान खींचना चाहता हूं, इसलिए 72 घंटे का उपवास करने का फैसला लिया है।’
साल 2014 में शाकाहारी बने थे अल्ताब हुसैन
अल्ताब हुसैन साल 2014 में शाकाहारी कार्यकर्ता बने थे। उस वक्त हुसैन ने डेयरी कारोबार से जुड़ा एक वीडियो देखा था, जिसमें पशु के साथ क्रूरता हो रही थी। उसके बाद से उन्होंने मांस खाना छोड़ दिया। इतना ही नहीं वह लेदर के उत्पाद का भी इस्तेमाल नहीं करते। तीन साल पहले भी हुसैन के भाई कुर्बानी के लिए घर में जानवर लाए थे, जिनको उन्होंने किसी तरह बचा लिया था लेकिन परिवार अब भी हुसैन के विचारों से सहमत नहीं है, उनको अब भी लगता है कि कुर्बानी जरूरी है।
हुसैन बताते हैं कि जब से उन्होंने पशुओं के प्रति क्रूरता पर बात रखनी शुरू की है, तब से उन्हें सोशल मीडिया पर धमकियां दी जाने लगी हैं। हिंदू समुदाय के कई लोग भी उनके खिलाफ हैं क्योंकि वह डेयरी प्रोडक्ट के इस्तेमाल के भी खिलाफ हैं लेकिन कई ऐसे लोग भी हैं जो उनके सपोर्ट में हैं।