
कई व्यवसायी बुलाए जा सकते हैं ईडी दिल्ली कार्यालय
अनुब्रत की बेटी से लगातार हुई पूछताछ में कई रहस्यों से पर्दा उठा
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : मवेशी तस्करी मामले में ईडी दिल्ली की टीम अब बड़ी कार्रवाई कर सकती है। इसके लिए कइयों को एजेंसी ने अपने रडार पर पहले से ही कर रखा है। इधर,ईडी की टीम ने मवेशी तस्करी मामले में अनुब्रत मंडल की बेटी सुकन्या मंडल से लगातार दो दिन पूछताछ की। इस दौरान उनसे और उनके पिता की संपत्तियों के अलावा उन सभी लोगों के बारे में ईडी की टीम ने उनसे पूछताछ की जो कि ईडी के रडार पर बताये जा रहे हैं। सूत्रों की माने तो वे दिल्ली बुधवार को ही पहुंच गयी थीं। उनसे ईडी की पूछताछ गुरुवार से शुरू हुई है। सूत्रों के मुताबिक मवेशी तस्करी मामले में और कई व्यवसायी बुलाए जा सकते हैं। ईडी दिल्ली कार्यालय में उनके अलावा उनके सीए व सहगल हुसैन से भी ईडी की टीम ने पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक कुछ दस्तावेजों को उनसे मांगा गया है। ईडी की टीम ने उनके खिलाफ आयकर विभाग की जांच का भी उल्लेख किया जहां जांच एजेंसियों को पता चला है कि पिता व पुत्री के पास करोड़ों की संपत्ति है। एक छोटे से इलाके में रहने के बाद इतनी बड़ी संपत्ति अर्जित करना, कैसे संभव हुआ, इसके बारे में पूछे जाने पर सुकन्या के पास कोई जवाब नहीं था। उनके साथ उनकी कंपनी में अन्य पार्टनरों के बारे में उनसे जानकारी मांगी गयी। इसके साथ ही कैसे उनके घर में नौकर- चाकर का काम करने वालों के कागजातों का दुरुपयोग कर कंपनियों के डायरेक्टर पद फर्जी रूप से दिखाया गया था, इस बारे में भी पूछा गया। ईडी की टीम इस मामले में कई अन्य स्थानीय व्यवसायियों को जल्द से जल्द तलब कर सकती है।
66 लाख का बिल क्यों दिया, व्यवसायी से पूछे गये सवाल
अनुव्रत मंडल के करीबी व्यवसायी राजीव भट्टाचार्य ने सीबीआई के बाद ईडी की टीम भी पूछताछ कर रही है। उन्होंने अनुब्रत मंडल की पत्नी के मेडिकल ट्रीटमेंट का बिल पेमेंट किया था। ईडी की टीम के समक्ष वे भी दो दिनों से पेश हो रहे हैं। उन्होंने पूछताछ में बताया कि मैंने रुपये दिये थे। मैंने उनका मेडिकल बिल चुकाया था लेकिन उन्हें वह रुपये वापस नहीं मिले हैं। सूत्रों के मुताबिक राजीव 8 से 10 राइस मिलों के मालिक हैं। ये मिल कैसे खरीदा गया, और इसके लिए रुपयों का बंदोबस्त कहां से हुआ था, ईडी अधिकारियों ने कई सवाल किये।
सहगल हुसैन ने ईडी को बताया है पूरा सच
मवेशी तस्करी मामले में गिरफ्तार अनुब्रत के बॉडीगार्ड सहगल हुसैन फिलहाल जेल हिरासत में है। ईडी की टीम ने हाल ही में आससोल की जेल हिरासत में पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार किया था। करोड़ों की अघोषित संपत्ति के बारे में ईडी की टीम उससे पूछताछ कर चुकी है। अनुब्रत के करीबी होने के कारण सहगल ने यह संपत्ति भ्रष्टाचार के रुपये से बनायी थी, इस बारे में ईडी ने पहले ही कोर्ट को बताया है। इसमें विदेशी लिंक भी सामने आये हैं। मवेशी तस्करी का रुपया विदेशी बैंकों में भी हो सकता है, इस ओर भी ईडी की टीम छानबीन कर रही है। यही कारण है कि ईडी की हिरासत के बाद उन्हें तिहाड़ जेल हिरासत में भेजा गया है, ताकि इस मामले में और अच्छे से छानबीन हो सके। सहगल ने राज्य पुलिस में कांस्टेबल के पद पर कार्य करते हुए करोड़ों की संपत्ति बनायी थी। इस मामले में ईडी की टीम को कई नयी जानकारियां हाथ लगी हैं। वहीं सहगल के पास न्यू टाउन में फ्लैट, 200 बीघा जमीन तथा डम्पर तथा पेट्रोल पंप, आभूषण और अन्य संपत्तियों को ईडी अटैच कर सकती है। कुल मिलाकर 100 करोड़ रुपये से भी अधिक की संपत्ति का पता अब तक लगाया गया है।