
सन्मार्ग संवाददाता
मालबाजार : यूनेस्को द्वारा दुर्गा पूजा को विश्व धरोहर का दर्जा प्राप्त होने के बाद मानो इस साल की दुर्गा पूजा में चार चांद लग गया है। इस साल चारों ओर दुर्गा पूजा की तैयारी बड़े ही जोरशोर से चल रही है। समतल के साथ ही पहाड़ में भी इस साल दुर्गा पूजा बड़े ही धूमधाम से मनाये जाने की तैयारी चल रही है।
पहली बार 6 हजार 200 सौ फुट ऊंचाई पर बजेगी ढाक
दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में पहली बार समुद्र तल से प्रायः 6 हजार 200 सौ फुट ऊंचाई पर ढाक बजेगी। पंचमी से लेकर दशमी तक पांच दिवसीय शारदीय दुर्गा पूजा उत्सव मनाया जाऐगा।
स्वर्ग की थीम पर तैयार होगा पंडाल
कालिम्पोंग जिले के गोरुबथान थाना के अधीन सुनताले से एक किलोमीटर दुर बसा झंडी पर्यटन स्थल में स्वर्ग की थीम पर दुर्गा पूजा तैयारी जोरों शोरों से चल रही है। मालबाजार शहर से 32 किलोमीटर दुर स्थित झंडी अब पर्यटकों का नया ठिकाना बन गया है। कंचनजंघा से सूर्योदय व सूर्यास्त, कभी धूप तो कभी छांव, कभी घने कोहरा से ढकी झंडी की खूबसूरत वादियां पर्यटकों का दिल जीत लेती है।
कोलकाता से बुलाया गया है ढाक
सुनताले झंडी युनाइटेड क्लब के सौजन्य से इस बार झंडी में डेढ़ लाख की लागत से दुर्गा पूजा का आयोजन किया गया है। आयोजक व होम स्टे ईस्टी कुटुम के मालिक शुभम पोद्दार ने कहा मालबाजार शहर से माता रानी की मूर्ति लायी जायेगी व कोलकाता से ढाक को बुलाया गया है। मैनागुड़ी के प्रख्यात पुरोहित वैदिक मंत्रोच्चारण से चंडी पाठ करेंगे। पंचमी तिथि को माँ दुर्गा पंडाल में विराजमान होगी। वहीं धूप नृत्य प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया है। प्रतिदिन भक्तों के लिये भंडारा की व्यवस्था की गयी है। पर्यटकों के थाली में जैविक खाद्य से बने स्वादिष्ट व्यंजन परोसे जायेंगे।