मुख्य बातें
1 घंटे के सफर के लिए 10 हजार से अधिक है किराया
कुछ लोग भाया भी टिकट बुक करने को हो रहे है मजबूर
लग रहा है दुगुना से अधिक किराया
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : 4 दिवसीय महापर्व छठ की शुरुआत में मात्र एक दिन रह गये है। छठ की शुरुआत 28 अक्टूबर से हो रही है। ऐसे में जिन लोगों ने पहले टिकट बुकिंग करवा ली है, उनके लिए तो कोई परेशानी नहीं है लेकिन जिनका टिकट अब तक नहीं हुआ था या जो अंतिम क्षणों में अपने – अपने घर लौटना चाहते हैं, उन्हें अब और अधिक पॉकेट ढीला करना पड़ रहा है। इस बारे में ट्रैवेल एजेंटों ने बताया कि इस बार कोरोना के बाद काफी संख्या में लोग छठपूजा मनाने अपने गांव जा रहे हैं। इस दौरान कोलकाता से पटना का एयर फेयर 10 हजार के ऊपर जा चुका है। ऐसे में कुछ यात्रियों ने भाया रांची भी टिकटें बुक की है। रांची होकर जाने का मतलब है अधिक समय और अधिक रुपयों का खर्च। कोलकाता से सिर्फ इंडिगो डायरेक्ट उड़ानों को संचालित कर रही है। सूत्रों की मानें तो स्पाइस की उड़ानें फिलहाल बंद हैं क्योंकि उसके पास एयरक्राफ्ट की समस्या है। कोलकाता से छठपूजा मनाने बिहार जा रहे एक यात्री विपुल सिंह ने कहा कि 3 महीने पहले उन्होंने अपने पूरे परिवार का ट्रेन का टिकट लिया था। उनके परिवार के 4 सदस्य और छठ पूजा में जाने वाले हैं लेकिन अब तक टिकट कन्फर्म नहीं हुई। अब उन्हें समझ नहीं आ रहा कि करे तो क्या करें। तत्काल में टिकट मिल जाए, वह भी हर बार संभव नहीं और और एयर फेयर इतना अधिक है कि इससे जा पाना मुश्किल है।
कोलकाता और पटना के बीच 3 से 4 उड़ानें
जैसा की देश के कोने-कोने से बिहारियों का बिहार जाना जारी है। इस समय बिहार जाने वाली ट्रेनें पूरी तरह तो फुल हैं ही एयर टिकट के लिए भी मारामारी चल रही है, वह भी महंगे दामों में उपलब्ध है। दिल्ली से पटना तक के लिए 27 अक्टूबर का किराया 12 हजार से करीब 19 हजार तक पहुंच गया है। साथ ही दिल्ली से दरभंगा तक के हवाई जहाज के किराये में भी बढ़ोतरी हुई है। ऑन लाइन ट्रैवेल एजेंसियों के मुताबिक अभी किराया और बढ़ सकता है। पिछले से अधिक उड़ानें रहने के बावजूद एयर फेयर 20 हजार तक चली गयी थी। इस बार जैसे- जैसे छठ पूजा नजदीक आ रही है, वैसे – वैसे इसकी कीमत में इजाफा हो रहा है।
ट्रैवेल एजेंट ने यह कहा
इस बारे में ट्रैवेल एजेंट्स एसोसियेशन ऑफ इंडिया, ईस्ट के सेक्रेटरी अंजनी धानुका ने कहा कि इस बार कोलकाता से पटना के लिए उड़ानों की संख्या बढ़ानी चाहिए थी क्योंकि काफी संख्या में लोग छठ में अपने घर लौटते हैं। 28 अक्टूबर को कोलकाता से पटना के लिए 3 उड़ानें हैं और वह भी इंडिगो की। बाकि के उड़ानें भाया हैं। फिलहाल ऐसी स्थिति है कि कुछ कहना भी मुश्किल है कि अब उड़ानों में टिकटें मिलेंगी भी या नहीं। आम दिनों में पटना की टिकटों की कीमत 3.5 हजार से 5.5 हजार के बीच रहती है लेकिन अब यह 10 हजार से ऊपर हो चुका है।
ट्रेनों की संख्या बढ़ानी चाहिए थी
इस बारे में जनता ट्रैवेल से फिरोज आलम ने कहा कि इस बार छठ पूजा के लिए जाने वालों की संख्या पिछली बार की तुलना में काफी अधिक है। अगर ट्रेनों की संख्या और बढ़ायी जा सकती तो अच्छा होता। उन्होंने कहा कि पटना के लिए कोलकाता से काफी कम उड़ानें हैं। वहीं ट्रेनों की संख्या भी इस बार पिछली बार की तुलना में कम बढ़ायी गयी है। अगर यह अधिक होती तो यह समस्या नहीं होती। छठ पूजा में इस बार इतनी भीड़ होने वाली है, जिसका कोई अंदाजा नहीं है।