‘अपा’ के 9 कुत्तों के भविष्य को लेकर संशय बरकरार

सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : एसएससी घोटाले में ईडी द्वारा पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार किए हुए 9 दिन हो गए हैं। हालांकि मालिक व मालकिन के क्रियाकलाप से इन मासूम जानवरों का क्या लेनेदेना है। बंद फ्लैट के अंदर बीते 9 दिनों से वे कुत्ते बंद पड़े हैं। ऐसे में उनमके भविष्य को लेकर संशय का माहौल तैयार हो गया है। कौन उनकी पीड़ा को सुनेगा। यहां हम बात कर रहे हैं डायमंड सिटी साउथ सिटी स्थित अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट में मौजूद स्वानों के बारे में। पार्थ और अर्पिता के करोड़ों रुपये के बारे में पूरे राज्य भर में चर्चा हो रही है। अर्पिता मुखर्जी के दो फ्लैट से करीब 50 करोड़ रुपये नकद और 6 करोड़ के गहने मिले थे।
कौन-कौन से कुत्ते हैं अर्पिता के फ्लैट में
अर्पिता के फ्लैट में मौजूद कुत्तों में र‌तवेलर, इंग्ल‌िश बुलडॉग, फ्रेंच बुल डॉग, पग और बिगल प्रजाति के कुत्ते शामिल हैं। इसके अलावा दो लैब्रडर, गोल्डन रिट्राइवर भी है। सूत्रों के अनुसार सभी कुत्ते पार्थ चटर्जी के हैं लेकिन उन सभी का दायित्व अर्पिता का था। पार्थ और अर्पिता की गिरफ्तारी के बाद सभी कुत्ते फ्लैट में बंद पड़े हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि उनका देखभाल कौन करेगा ? पार्थ के कुत्तों के डॉग ट्रेनर से बातचीत करने पर पता चला कि वे कुत्तों की देखभाल कर रहे हैं। उनके अनुसार आगामी 45 दिनों तक के लिए घर में भोजन मौजूद हैं। डॉग ट्रेनर ने बताया कि सभी कुत्तों की हालत ठीक है। उन्हें कोई असुविधा नहीं है। घर में डेढ़ महीने का भोजन व पानी मौजूद हैं। जिन चीजों की जरूरत है वह सभी मौजूद है। हालांकि चिकित्सकों का मानना है कि रोजाना मालिक को नहीं देखने पर कुत्ते थोड़े चिड़चिड़े हो जाते हैं। समय पर भोजन नहीं मिलने पर वे लोग आपस में झगड़ा करने लगते हैं। इसकी चिंता पशु प्रेमियों को भी सता रही है। एक पशुप्रेमी ने बताया कि बारिश के मौसम में वज्रपात से कई कुत्ते डरते हैं। कई हार्ट अटैक के कारण मर जाते हैं। उस समय उनका ध्यान रखना होता है।

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