

सबिता, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : एसआईआर के नाम पर बंगालियों को राष्ट्रहीन बनाने की साजिश चल रही है। यह आरोप नागरिक सामाज से जुड़े संगठन देश बचाओ गणमंच ने लगाया है। इसके पदाधिकारी व पूर्व मंत्री ने पूर्णेंदु बसु ने रविवार को प्रेस क्लब में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एसआईआर पर सवाल उठाया और इसे सीधे भाजपा को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अगर लोगों से संवैधानिक रूप से मान्यता प्राप्त नागरिकता और मतदान का अधिकार छीना गया तो आवाज बुलंद होगा। उन्होंने कहा कि क्या भाजपा का लाभ पहुंचाने के लिए एसआईआर किया जा रहा है? वे लोग जानते हैं कि गरीब वोटर पैसे के अभाव में कोर्ट तक नहीं जा पायेंगे। इसलिए पूरी सोची समझी साजिश के तरह एसआईआर किया जा रहा है। हमलोगों के विभिन्न जिलों में प्राकृतिक आपदा में लोग प्रभावित हुए हैं।
आशंका की वजह
देश बचाओ गणमंच का कहना है कि चुनाव आयोग ने जिस तरह से कथित तौर पर हड़बड़ी में एसआईआर शुरू की है, वह संदेह और आशंका का कारण है। ऐसा नहीं है कि देश में पहले इस तरह की मतदाता सूची का पुनरीक्षण नहीं हुआ है लेकिन इससे पहले किसी भी चुनाव वाले राज्य में रातों-रात मतदाता सूची में संशोधन नहीं किया गया है। इससे पहले, संशोधन की प्रक्रिया लंबे समय तक, कभी-कभी वर्षों तक चलती रही है। चुनाव आयोग ने यह सुनिश्चित किया है कि कोई भी वैध मतदाता मतदाता सूची से बाहर न हो साथ ही वोट देने के हकदार लोगों को मतदाता सूची में शामिल किया जाना चाहिए स्वाभाविक तौर पर यह सवाल उठेगा कि चुनाव आयोग जिस काम को करने में इतना समय लेता है, उसे इतनी हड़बड़ी पूरा क्यों करना चाहता है? इसके पीछे क्या उद्देश्य है?
इनकी रही उपस्थिति : प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में प्रो. दीपांकर दे, प्रदीप्ता गुहा ठाकुर्ता, रंतिदेव सेनगुप्ता, बर्नाली मुखर्जी, सैकत मित्रा, सोमा चक्रवर्ती, राहुल चक्रवर्ती, विवान घोष, नजमुल हक, अमित काली, सिद्धब्रत दास, बासुदेव घटक, डॉ. सिद्धार्थ गुप्ता, डॉ. भाष्कर चक्रवर्ती, सुमन भट्टाचार्य व सुशन राय उपस्थित थे।