सावधानः एयर बार्न होकर घर-घर पहुंच रहा है कोरोना

  • बायीं आंख लाल हुई तो न करें नजरंदाज
  • अब हवा में फैल गया है कोरोना का वायरस
  • सर्दी, बुखार, खांसी से परेशान है घर का कोई सदस्य तो घबराएं नहीं
  • 3 से 7 दिन खुद को करें आइसोलेट
  • डाक्टरी दवा से लेकर घरेलू नुस्खों तक का करें इस्तेमाल

सोनू ओझा
कोलकाता : कोलकाता में कोरोना की रफ्तार रोज नये रिकॉर्ड बना रही है। रिकाॅर्ड में भी एक या दो अंकों का फासला नहीं है बल्कि हजारों की संख्या में मामले बढ़ रहे हैं। स्थिति यह हो गयी है कि आज कोरोना का संक्रमण लगभग हर घर में पहुंच गया है। हर किसी के परिवार में कोई न कोई सर्दी, खांसी या बुखार से पीड़ित है। कई लोग इसे मौसमी बीमारी समझकर नजरंदाज कर रहे हैं तो कुछ लोग शंकाओं में घिरे होकर कोविड टेस्ट करा रहे हैं। नतीजतन वे कोविड पॉजिटिव हो जा रहे हैं। कोरोना जो समय दिखा रहा है उसमें टेस्टिंग जरूरी भी है क्योंकि इस संक्रमण के बढ़ने की रफ्तार काफी तेज है।
एअरबॉर्न हो गया है कोरोना
डॉ. संजय गुप्ता ने सन्मार्ग को बताया कि कोरोना का संक्रमण अब हवा में फैल गया है। पहले दो साल जहां कहा जाता था कि बाहर जाने पर मास्क पहनें मगर अब बोला जा रहा है कि घर पर रहकर ही मास्क पहनें। इसमें मौत की संख्या भले कम है मगर संक्रमण उन लोगों के लिए घातक है जो दूसरी बीमारियों जैसे हाइब्लड प्रेशर, शुगर, डायबिटिज, मल्टीपल डिसिज, उम्रदराज वालों के लिए हाई रिस्क है।
बायीं आंख लाल हो तो सतर्क हो जाएं
डॉ. गुप्ता ने कहा कि इस बार जो लहर है उसमें कुछ अलग लक्षण है, जैसे बायीं आंख का लाल होना खतरनाक है। इसे हल्के में न लें। इसके अलावा शरीर में दर्द, थकान,
अचानक सिरदर्द, पेट दर्द हो तो उसे नजरंदाज न कर डाक्टर से सलाह जरूर लें।
अपने में बदलाव का आंकलन खुद करें
वैसे तो इस स्थिति में पल्स ऑक्सीमीटर से बराबर जांच की जानी चाहिए। किसी कारणवश अगर घर पर इसे नहीं रख पा रहे हैं तो 100 मीटर से 400 मीटर तक पैदल चलें उस दौरान आपको समझ आ जाएगा कि चलने की आपकी क्षमता पहले जैसी सामान्य है या आप थक जा रहे हैं। कोविड में 3 से 6ठवां दिन काफी अहम होता है। यहां जरा सी लापरवाही से मरीज को लकवा तक मार सकता है। इसलिए इन तीन दिनों तक 6 मिनट का वॉक जरूर करके देखें कि आप शारीरिक रूप से कितने स्वस्थ हैं।
21 दिनों में पूरी तरह ठीक होता है कोरोना मरीज
डॉ. संजय गुप्ता ने बताया कि कोविड के मरीज को पूरी तरह ठीक होने में 21 दिनों का वक्त लगता है। इस दौरान डाक्टरी दवा से लेकर घरेलू नुस्खों तक का प्रयोग करना चाहिए। सबसे जरूरी ऑक्सीजन लेबल ठीक रखने की कोशिश करें। इसके लिए घर में प्रॉन पोजिशन में सोने की आदत डालें। खाने में पौष्टिक आहार का सेवन करें। 3 से 7 दिनों तक खुद को आइसोलेट करें। यह वक्त घबराने का नहीं, सतर्क रहने का है।

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