
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : पितृपक्ष के अंतिम दिन रविवार को तर्पण किया गया। इस अवसर पर गंगा घाटों पर सुबह से बड़ी संख्या में लोग पहुंचें और पूरे श्रद्धाभाव से तर्पण किया। महानगर के अलावा जिलों में भी घाटों पर लोगों ने पितरों को तर्पण किया। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सर्वपितृ अमावस्या के दिन सभी लोगों को अनिवार्य रूप से पितरों की श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान करना चाहिए। ऐसा करने से पूरे साल पितरों का आशीर्वाद बना रहेगा। इसके लिए सुबह से ही महानगर व उसके आस पास के गंगा घाटों में लोगों की भीड़ उमड़ी और महानगर के जगन्नाथ घाट, अरमेनियम घाट, बाबू घाट और हावड़ा के रामकृष्णपुर घाट, शिवपुर घाट हावड़ा घाट, बांधाघाट में लोग अपने पूर्वजों को तर्पण देते नजर आए। इसके साथ ही लोग घरों में ब्राह्मणों को भोजन कराया गया। उल्लेखनीय है कि पितृपक्ष में 15 दिनों तक पितरों को जल, श्राद्ध और तर्पण देकर संतुष्ट किया जाता है। पितृ विसर्जन के दिन पितृ लोक से आए हुए पितरों की विदाई होती है तथा उनसे सुख – शांति का आशीर्वाद मांगा जाता है।