
स्वास्थ्य विभाग चिंतित, जल्द स्थिति और सामान्य होने की उम्मीद
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाताः कोरोना वायरस का कहर अब काफी हद तक कम हुआ है। ऐसे में यह एक राहत के संकेत हैं। हालांकि माना जा रहा है कि यदि ठोस प्रोटोकॉल उपाय जारी नहीं रहे तो स्थितियां और भी बिगड़ सकती हैं। वैसे स्वास्थ्य विभाग मामले को और नियंत्रित करने के प्रयास में तत्पर है। यही वजह है कि अब डिस्चार्ज रेट काफी बढ़ा है। वर्तमान में राज्य में कोरोना वायरस के मरीजों का डिस्चार्ज रेट 97.51% हो गया है। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों की मानें तो एक्सपर्ट कमेटी हर परिस्थिति पर नजर रख रही है।
अब कोलकाता के अस्पतालों में विशेष प्रशिक्षण
कोरोना वायरस का सेकेंड वेव कमजोर पड़ा है। हालांकि विशेषज्ञ थर्ड वेव को लेकर काफी ठोस उपाय अपनाने पर जोर दे रहे हैं। यही वजह है कि अब कोलकाता के भी विभिन्न अस्पतालों में विशेष प्रशिक्षण नर्स व स्वास्थ्य कर्मियों को दिए जाने की व्यवस्था की गई है। पेडियाट्रीक वार्डों में बेड बढ़ाना सहित अन्य उपाय पहले ही स्वास्थ्य विभाग कर रहा है।
अब भी कोविड प्रोटोकॉल का करना होगा पालन-
डॉ. सुष्मिता रॉय चौधरी, पल्मोनोलॉजी, फोर्टिस हॉस्पिटल, कोलकाता ने कहा कि हमारी कोविड यात्रा लंबी और कठिन रही है। यह सफर थका देने वाला और कई भावनात्मक झटकों से भरा रहा है। इस महामारी से सबसे बड़ा सबक यह है कि रोकथाम हमेशा इलाज से बेहतर होता है। साथ ही, शीघ्र निदान और हस्तक्षेप से कई लोगों की जान बचाई जा सकती है। करीब 2 साल से बिना ब्रेक के दौड़ना शारीरिक और मानसिक रूप से थका देने वाला रहा है। हमारे निजी जीवन में उथल-पुथल मच गई है और पोस्ट कोविड बीमारियों के रोगियों की एक बड़ी संख्या और उनके ठीक होने के लिए परिवारों की उम्मीद के कारण कुछ भी नहीं है। इसने कई डॉक्टरों को लंबे समय तक चिंताजैसी स्थिति का सामना करना पड़ा है। जरूरत है कि हम इस पर एक संयुक्त मोर्चा बना सकें और यह सुनिश्चित कर सकें कि हम इस महामारी को जल्द ही समाप्त कर सकें। ऐसे में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी है।
कुछ आंकड़ों पर नजर
तिथि- एक दिन में मामले-डिस्चार्ज रेट
1 जून-9,424-93.20%
15 जून- 3,268-97.47%
30 जून-1,478-97.45%
2 जुलाई-1,422-97.51%