
तत्पर हुआ प्रशासन, अधिकारियों को दी गयी कमान
नीमतल्ला में बढ़ाई गई चूल्हियों की संख्या
कोलकाता समेत पूरे राज्य में चालू हुई व्यवस्था
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : कोविड की दूसरी लहर इतनी भयंकर होगी यह किसी ने सोचा भी न था। एक तो संक्रमण उस पर ऑक्सीजन या अन्य मेडिकल व्यवस्थाओं की आपूर्ति नहीं होने के कारण हो रही मौते प्रशासन के लिए मुश्किल खड़ी कर रही है। कई जगह तो ऐसे मामले आ रहे है जहां कोविड के कारण मरे लोगों का शव घंटों पड़ा रह रहा है लेकिन उसे उठाने के लिए प्रशासन की तरफ से कोई नहीं आ रहा है। यह एक बड़ी समस्या है जिसका सामना आम जनता को करना पड़ रहा है। पिछले कुछ दिनों में ऐसे कई मामले देखने को मिले जो अमानवीय होने के साथ ही असहनीय भी प्रतीत हो रहे है। इस स्थिति से लोगों को राहत देने के लिए प्रशासन की तरफ से कोविड शवों के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया को सहज किया गया है।
कोलकाता में नियुक्त हुए 3 अधिकारी
कोलकाता नगर निगम द्वारा इस बाबत तीन अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। साथ ही फोन नंबर भी जारी किया गया है जो सोशल मीडिया के साथ वेब साइट पर भी उपलब्ध है। इस प्रक्रिया के तहत बोरो स्तर पर तीन भाग किया गया है। बोरो 1 से 5, बोरो 6 से 10 और बोरो 11 से 15 तक में तीन अधिकारी है। पहले का दायित्व डिप्टी सीएमएचओ डॉ. बासुदेव मुखोपाध्याय, दूसरे का दायित्व डॉ. उज्ज्वल कांजी तथा तीसरे भाग की जिम्मेदवारी एक्जिक्यूटिव हेल्थ ऑफिसर डॉ. सुब्रत मल्लिक को दी गयी है।
अंतिम विदायी के लिए वसूले जा रहे 15 हजार तक रुपये
आरोप तो ऐसे आ रहे है कि अस्पताल से श्मशान घाट जाने के लिए मृतक के परिजनों से 10 हजार से 15 हजार रुपये तक की मांग की जा रही है। ऐसी समस्या न हो उसके कोलकाता नगर निगम की तरफ से तमाम उपाय भी किये जा रहे है।
नीमतल्ला में बढ़ी चूल्ही
कोविड के बढ़ते मामलों और मौत की संख्या को देखते नीमतल्ला श्मशान में भी शवदाह की व्यवस्था बढ़ा दी गयी है। प्रेरणा फाउंडेशन के सचिव पवन टिबड़ेवाल ने बताया कि अब तक वहां दो चूल्ही थी। दो और चूल्हियों की परिसेवा आज से शुरु हो रही है।