
मुख्य बातें
छानबीन अब करेंगे नये 4 अधिकारी
बोगतुई के अलावा भादू शेख हत्याकांड की छानबीन में अब सामने आएंगे नये तथ्य
कोलकाता : बोगतुई मामले की छानबीन में इन दिनों फुलस्टॉप लगा हुआ था लेकिन अब इसमें तेजी आने वाली है। सूत्रों की माने तो पुराने 4 अधिकारियों को सस्पेंड कर सीबीआई ने एक नयी टीम गठित की है जो कि इस मामले की छानबीन फिर से शुरू करेंगे। इन अधिकारियों में कुछ कोलकाता के हैं तो कुछ दिल्ली से यहां पहुंचे हैं। वहीं कई वरिष्ठ अधिकारी जिनका नाम रामपुरहाट के थाने के एफआईआर में नाम दिया गया था, उनकी सीबीआई की आंतरिक छानबीन में कोई संलिप्तता नहीं पायी गयी। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक मामले में सामने आए सीबीआई के एक और अधिकारी की भूमिका नहीं मिलने के कारण उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी। लालन की मौत के मामले में जिन एसपी या डीआईजी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी, उनके खिलाफ सीबीआई ने कोई कार्रवाई नहीं की क्योंकि उनका उससे कोई लेना-देना नहीं था। आरोप है कि जबरदस्ती उनके नाम इसमें दिये गये थे। वहीं सोमवार को उन चार जांच अधिकारियों को निलंबित किया गया जो कि सीधे तौर पर मृतक अभियुक्त लालन शेख की कस्टडी के जिम्मेदार थे। सूत्र बताते हैं कि इन अधिकारियों का बयान दर्ज किया गया और इनसे पूछताछ की गयी। सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारी ने उनसे सवाल किया कि जब उसे मुख्य अभियुक्त माना जा रहा था तो उसे अकेले बाथरूम में इतनी देर तक क्यों छोड़ा गया था? अगर अंदर आवाज हुई तो क्या किया गया था? इसके अलावा अन्य अधिकारी उस वक्त कहां थे? लालन शेख को कई महीने बाद गिरफ्तार किया गया था। इस दौरान ऐसी लापरवाही की उम्मीद इन अधिकारियों से नहीं थी। वहीं केंद्रीय जांच ब्यूरो ने बोगतुई और भादू शेख हत्याकांड में चार नए जांच अधिकारी भी नियुक्त किए। उल्लेखनीय है कि गत 12 दिसंबर को रामपुरहाट स्थित सीबीआई के अस्थायी कैंप के बाथरूम में लालन शेख का शव बरामद हुआ था। सीबीआई का कहना है कि आरोपी ने आत्महत्या की है जबकि लालन की पत्नी रेशमा बीबी ने आरोप लगाया था कि सीबीआई ने उनके पति को पीट-पीटकर मार डाला। उसने सीबीआई के 7 अधिकारियों के खिलाफ हत्या, जबरन वसूली, धमकी सहित विभिन्न आरोपों में मामला दर्ज कराया था। इसी मामले में सीबीआई ने आंतरिक छानबीन में यह कार्रवाई की है।