
कई और लोग आ सकते हैं चपेटे में
मोबाइल फोन व ऑडियो क्लिप की हो रही है फॉरेंसिक जांच
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : झालदा में कांग्रेस पार्षद तपन कांदू मामले में सीबीआई की टीम ने शनिवार को एसडीपीओ सुब्रत देब से घंटों पूछताछ की। उनसे सीबीआई अधिकारी ने इस कांड में अब तक हुई कार्रवाई के बारे में पूछा गया। सीबीआई की टीम ने उनसे इस मामले में कई तीखे सवाल किये। इसमें सबसे पहला था कि आखिर क्यों इस मामले की एफआईआर करने में देर की गयी। सूत्र बताते हैं कि झालदा रेज स्थित सीबीआई के अस्थायी कार्यालय में उन्हें तलब किया गया था। इस दौरान गत 5 पुलिस कर्मियों से हुई पूछताछ के बाद मिली नयी जानकारियों के बारे में भी उनसे सवाल किये गये। उल्लेखनीय है कि 13 मार्च को तपन कांदू की हत्या कर दी गयी थी। वहीं उनके परिजनों ने सीबीआई की टीम को 2 मोबाइल फोन भी सौंपे हैं तथा न्याय की मांग की है। उनकी पत्नी ने बताया कि स्थानीय थाने के अधिकारी की ओर से बार-बार कांग्रेस पार्षद को धमकाया जा रहा था।
अभी भी कई क्लिप नहीं मिल पाए है सीबीआई को
सीबीआई की टीम ने फोन व इसके साथ ऑडियो क्लिप को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। वहीं थाने से मिले वीडियो क्लिप को भी जांच के लिए भेजा गया है। अभी भी कई क्लिप नहीं मिल पाए हैं। इसे लेकर सीबीआई लगातार पुलिस से उन क्लिपों की मांग कर रही है। पुलिस अधिकारी ने पूछताछ में कई अहम जानकारियां सीबीआई अधिकारी को दी है। वहीं इस मामले में गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में कुछ स्थानीय नेताओं का भी नाम बताया गया है। सीबीआई की टीम जल्द ही उन्हें पूछताछ के लिए तलब करेगी। उल्लेखनीय है कि मृत पार्षद की पत्नी का आरोप है कि स्थानीय नेताओं के अलावा पुलिस की ओर से भी बार-बार उन्हें पार्टी बदलने के लिए दबाव दिया जा रहा था। इस गंभीर आरोप की सीबीआई की टीम जड़ तक जाना चाहती है। आज रविवार को फिर से पीड़ित परिवार का बयान लिया जाएगा। साथ ही अभियुक्तों से पूछताछ की जाएगी।
पुलिस कर्मियों, मोबाइल वैन ड्राइवर एवं सिविक वांलटियर से भी घंटों पूछताछ
सीबीआई की टीम ने क्लोज किये गये 5 पुलिसकर्मियों, मोबाइल गश्ती वैन के ड्राइवर और सिविक वालंटियर गणेश चंद्र गोराई से घंटों पूछताछ की। सीबीआई की टीम जानना चाहती है कि जब नाका चेकिंग करीब में था फिर कैसे हमलावर हथियार लेकर उसी रास्ते आते हैं और कुछ दूरी पर पार्षद की हत्या कर देते हैं। मृतक के भतीजे मिथुन कांदू और एक प्रत्यक्षदर्शी को बुलाकर पूछताछ की गयी है।