
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाताः महानगर के सदानंद रोड में एक नर्सिंग होम के नीचे रहने वाले लोगों ने आपत्ति जताई थी कि यहां से कोविड के समय अक्सर ही लाशें सामने से निकलती थीं। इस पर उन्होंने आपत्ति जताई थी, साथ ही मामले को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट पहुंचे थे। बाद में नर्सिंग होम डिविजन बेंच भी पहुंचा था। वेस्ट बंगाल क्लिनिकल इस्टेब्लिशमेंट रेग्युलेटरी कमिशन के चेयरमैन जस्टिस असीम कुमार बनर्जी ने कहा कि मई 2021 में हमारे पास यह मामला आया था। इस बीच मल्टी स्टोरीड बिल्डिंग में रहने वाले निवासियों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। मामला हमारे पास पहुंचा। उन्होंने कहा कि इस बिल्डिंग में नीचे दुकानें हैं। एक तल्ले पर नर्सिंग होम भी है। यह पहले मैटरनिटी होम था। बाद में कोविड का इलाज शुरू हुआ।
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