
शुभेंदु का नाम लिये बगैर कहा, सीबीआई से बचने के लिए दिल्ली में जाकर तलवे चाट रहे हैं
मिदनापुर में गिनकर 20-25 लोग विपक्ष के हैं
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : विधानसभा चुनाव में जिस भाजपा ने तृणमूल को तोड़ते हुए उसके नेताओं को कमल थमाया था आज वही नेता घर वापसी करने की कतार में खड़े हैं। तृणमूल समझ-बूझ कर नेताओं को पार्टी में एंट्री दे रही है। इस बीच तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद अभिषेक बंद्योपाध्याय ने हल्दिया में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जिस दिन मैं तृणमूल के दरवाजे खोल दूंगा उस दिन भाजपा मिट जाएगी। अभिषेक ने कहा कि हमने उनके दो सांसदों को तृणमूल में लिया है। फिलहाल हमने दरवाजा खोला नहीं है अगर खोल दिया तो उनकी पार्टी ही मिट जाएगी।
अभिषेक ने कहा कि मिदनापुर को दिल्ली के हाथों बेच दिया जा रहा है। यह जिला विद्यासागर की है और विद्यासागर की मूर्ति को उत्तर कोलकाता में तोड़ दिया गया था। उन्होंने शुभेंन्दु अधिकारी को भी निशाने पर लिया तथा कहा कि एजेंसी से खुद को बचाने के लिए पार्टी बदली गयी। शुभेंदु पर तंज कसते हुए अभिषेक ने कहा कि एक जन यहां करीब 11 साल तक थे, जो जनता को कहते थे कि वे तृणमूल के हैं और जिसकी बदौलत उसे खड़े होने के लिए एक दीवार मिली। आज वह दीवार तोड़ दी गयी है।
अब खुद को सीबीआई से बचाने के लिए दिल्ली में जाकर तलवा चाट रहे हैं। मेरे पीछे खुद ईडी-सीबीआई लगा दिया गया। दो बार मुझे ईडी ने दिल्ली बुलाया लेकिन मैंने सिर नहीं झुकाया और न ही झुकाऊंगा।