
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : राज्य में किसानों की दुर्दशा के प्रति कथित उदासीनता को लेकर भाजपा ने मंगलवार को हुगली के सिंगुर में 3 दिवसीय आंदोलन शुरू किया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सिंगुर तक मार्च निकाला और टाटा कार संयंत्र स्थल से कुछ कि.मी. दूर गोपालनगर में धरना- प्रदर्शन शुरू किया। इसका नाम कृषि बचाओ, कृषक बचाओ दिया गया है। किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। वे बंगाल में मर रहे हैं और मुख्यमंत्री दूसरे राज्यों में राजनीतिक पर्यटन करने में व्यस्त हैं। हम किसानों के मुद्दों पर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए किसानों के साथ सिंगुर में तीन दिवसीय आंदोलन करेंगे। अगर 72 घंटों के भीतर राज्य सरकार जवाब नहीं देती है, तो हम अपने विरोध प्रदर्शन को और तेज करेंगे। उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य, बेमौसम बारिश में भारी नुकसान के लिए किसानों के लिए एक पैकेज, ईंधन पर वैट वापस लेने सहित सात सूत्री मांगों के लिए दबाव बनाने के लिए धरना दिया गया है। मजूमदार ने कहा, ‘टीएमसी नेता पिछले दस वर्षों में करोड़पति बन गए हैं और जिन किसानों ने उन्हें सत्ता में आने में मदद की, वे ठंडे बस्ते में चले गए हैं। किसानों के हित के लिए कुछ नहीं किया, यहां तक कि पीएम किसान सम्मान निधि को रोकने के प्रयास भी किए गए। यह टीएमसी का असली स्वरूप है।’ भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि टीएमसी ने किसानों के लिए या राज्य में उद्योगों को लाने के लिए कुछ नहीं किया है।