
नवान्न अभियान के बाद बंसल करेंगे जिलों का दौरा
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : विधानसभा चुनाव में हार और राज्य समेत जिला कमेटियों में हुए फेरबदल के बाद से प्रदेश भाजपा में असंतोष की बातें सामने आ रही हैं। पार्टी के एक वर्ग का कहना है कि जिलों में अयोग्य नेताओं को कमेटी में लाया गया है जबकि पुराने व दक्ष नेताओं को हटा दिया गया है। इस कारण पार्टी कार्यकर्ताओं का बड़ा हिस्सा बैठ गया है। हालांकि अब पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व खुद सभी आरोपों की जांच करेगा। पार्टी सूत्रों ने बताया कि प्रदेश भाजपा के संयुक्त सांगठनिक महासचिव सतीश धोंड व पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रभारी सुनील बंसल जल्द जिलों का दौरा शुरू करने वाले हैं। सूत्र बताते हैं कि 13 सितम्बर यानी नवान्न अभियान के बाद सुनील बंसल जिला दौरा चालू कर सकते हैं। विभिन्न जिलों में जाकर बूथ स्तर तक संगठन की स्थिति वह खुद देखेंगे और इसकी रिपोर्ट भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंपी जायेगी। इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी वह मुलाकात कर पश्चिम बंगाल में संगठन की स्थिति बता सकते हैं। जरूरत पड़ने पर कई जिलाध्यक्ष भी इसके बाद बदले जा सकते हैं।
धोंड कर चुके हैं जिलाध्यक्षों संग बैठक
संयुक्त सांगठनिक महासचिव सतीश धोंड हाल में जिलाध्यक्षों के साथ बैठक कर चुके हैं। बैठकों में उन्होंने स्पष्ट तौर पर समझा दिया है कि सभी जिलाध्यक्षों का समय 8 से 10 महीने तक हो गया है, अब काम करके दिखाना होगा। दक्षिण 24 परगना व बीरभूम समेत कई जिलों में धोंड जिलाध्यक्षों के कार्यों से संतुष्ट नहीं हैं, ये बात भी उन्होंने बैठक में समझा दी। सूत्रों के अनुसार, दक्षिण 24 परगना के जिलाध्यक्ष से उन्होंने पूछा था कि बूथ स्तर तक संगठन क्यों नहीं है ? इसी तरह श्रीरामपुर में भी जिलाध्यक्ष व कनवेनर के बीच सब ठीक नहीं चल रहा है। बताया गया कि सतीश धोंड को जिन 18 जिलों की जिम्मेदारी मिली है, वह उन जिलों का दौरा करेंगे। इनमें हावड़ा, हुगली व मिदनापुर जोन के जिलों के अलावा तमलुक, कांथी आदि सांगठनिक जिलें शामिल हैं।
प्रचार में नहीं है दिलीप घोष की तस्वीर
इधर, नवान्न अभियान के प्रचार में भाजपा के साेशल मीडिया पेज पर सुकांत मजूमदार व शुभेंदु अधिकारी की तस्वीरें तो हैं, लेकिन दिलीप घोष की तस्वीर नहीं है। इसे लेकर पार्टी के एक वर्ग द्वारा सवाल उठाये जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में सबसे लोकप्रिय प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद उनकी तस्वीर प्रचार में कहीं नहीं है।