क्या होगी विधानसभा में रणनीति, आज बैठक के बाद किया जायेगा तय
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : दलबदल करने वाले अपने विधायकों के खिलाफ भाजपा विधानसभा में मुखर हो सकती है। हाल में अलीपुरदुआर के भाजपा विधायक सुमन कांजीलाल तृणमूल में शामिल हो गये। इससे पहले भी कई विधायक भाजपा से तृणमूल में शामिल हो चुके हैं। वहीं आज यानी बुधवार से विधानसभा का बजट सत्र चालू हो रहा है। ऐसे में पार्टी सूत्रों का कहना है कि दलबदल करने वाले सुमन कांजीलाल के खिलाफ भाजपा कदम उठाते हुए उनका विधायक पद खारिज करने की मांग कर सकती है। हालांकि इस मुद्दे पर भाजपा के परिषदीय दल के नेता मनोज टिग्गा ने बताया कि आज यानी बुधवार को दोपहर 1 बजे पार्टी की परिषदीय दल की बैठक होगी जिसमें विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी मौजूद रहेंगे। इस बैठक के बाद ही उक्त मुद्दे पर कोई निर्णय लिया जायेगा। इसके अलावा विधानसभा में भाजपा का क्या रुख होगा, इसकी रणनीति भी आज तय की जायेगी।
तृणमूल में शामिल होने के दिखाये जायेंगे सबूत
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि सुमन कांजीलाल की उन तस्वीरों को सबूत के तौर पर दिखाया जायेगा जिनमें उन्हें कैमक स्ट्रीट स्थित अभिषेक बनर्जी के कार्यालय में अभिषेक बनर्जी से पार्टी का उत्तरीय पहनते हुए देखा जा रहा है। इसके अलावा तृणमूल में जाने के बाद उनके बयानों को भी सबूत के तौर पर दर्शाया जायेगा।
अब तक 6 विधायक कर चुके हैं दलबदल
वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव के बाद से अब तक सुमन कांजीलाल समेत कुल 6 भाजपा विधायक दलबदल कर तृणमूल में जा चुके हैं। भाजपा से तृणमूल में आये कृष्ण कल्याणी को पीएसी कमेटी का चेयरमैन भी बनाया गया है जबकि यह पद विपक्षी पार्टी के विधायक को दिया जाता है। इससे पहले मुकुल राय को पीएसी कमेटी का चेयरमैन बनाने को लेकर भाजपा मुखर हुई थी और इस मुद्दे पर कोर्ट तक गयी थी। इधर, सूत्रों का कहना है कि सुमन कांजीलाल का विधायक पद खारिज करने की बात लगभग तय है। आज परिषदीय दल की बैठक के बाद केवल आवेदन का ड्राफ्ट तैयार किया जायेगा।
भाजपा का कोई तृणमूल में नहीं हुआ शामिल : स्पीकर
इस मुद्दे पर विधानसभा के स्पीकर विमान बनर्जी ने कहा, ‘दस्तावेजों के आधार पर काेई भी भाजपा विधायक तृणमूल में शामिल नहीं हुआ है। कोई किसी को उत्तरीय पहना ही सकता है। इसका मतलब यह नहीं कि उसने पार्टी बदल ली है।’
उत्तरीय पहनाने का क्या मतलब होता है : मनोज टिग्गा
भाजपा के परिषदीय दल के नेता मनोज टिग्गा ने कहा, ‘भाजपा के विधायक को तृणमूल द्वारा उत्तरीय पहनाने का मतलब अपनी पार्टी में शामिल करना नहीं तो फिर क्या मतलब होता है। स्पीकर ऐसा इसलिये कह रहे हैं ताकि सांप भी मर जाये और लाठी भी ना टूटे।’
राज्यपाल को लेकर भी रणनीति होगी तय
यहां उल्लेखनीय है कि जिस प्रकार नये राज्यपाल आये दिन मुख्यमंत्री व तृणमूल सरकार की तारीफें कर रहे हैं, उस कारण भाजपा नेताओं का गुस्सा अक्सर सामने आ रहा है। ऐसे में आज होने वाली परिषदीय दल की बैठक में राज्यपाल को लेकर भी रणनीति भाजपा तय कर सकती है।
दलबदल करने वाले विधायकों के खिलाफ मुखर हो सकती है भाजपा
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