
कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस की गोवा इकाई को बड़ा झटका लगा है। जहां अगले महीने होने वाले गोवा विधानसभा चुनाव में गोवा के पांच प्राथमिक सदस्यों ने अपना इस्तीफा दे दिया है। वहीं, गोवा के पूर्व विधायक लवू मामलेदार का महज 3 महीने के भीतर तृणमूल से मोह भंग हो गया। इस दौरान सभी सदस्यों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपना इस्तीफा सौंपा है। इसी बीच नेताओं ने इस्तीफा देने के कारणों का भी खुलासा किया है। जहां पर सौंपे गए उनके त्याग पत्र में कहा गया है कि पार्टी की मंशा गोवा के लोगों को आपस में बांटना है, और यही वजह है कि पांचों प्राइमरी सदस्यों ने तृणमूलसे दूरी बनी ली है। दरअसल, गोवा के पूर्व विधायक लवू मामलेदार ने बताया कि वह सितंबर में तृणमूल में शामिल हुए थे। उन्होंने कहा कि वह बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी के प्रदर्शन से काफी प्रभावित हुए थे। वहीं, पोंडा के पूर्व भाजपा विधायक ने कहा कि पार्टी में आने के बाद उन्होंने वहां के संस्कृति को महसूस किया। इसके साथ ही लवू मामलातदार ने पार्टी पर सांप्रदायिक होने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में वोट के लिए हिंदुओं और ईसाइयों को बांटने की कोशिश की। ऐसे में सितंबर में कुछ अन्य स्थानीय नेताओं के साथ ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल होने के लगभग 3 महीने बाद उनका इस्तीफा आया है।