
कोलकाताः पश्चिम बंगाल के चुनावी नतीजे आज आ रहे हैं। राज्य के कई वीआईपी इन नतीजों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। बंगाल में ही नंदीग्राम वो सीट है जो इस वक्त देश की सबसे हाई प्रोफाइल सीट बनी हुई है। दूसरे राउंड की काउंटिंग के बाद चुंचुरा सीट पर लॉकेट चटर्जी 3300 से पिछड़ रही हैं। तीसरे चरण के बाद नंदीग्राम में शुभेंदु अधिकारी 8106 वोट से आगे। भाजपा के स्वपन दास गुप्ता तारकेश्वर से 3000 वोटों से पीछे चल रहे हैं। बाबुल सुप्रियो 13000 वोटों से टॉलीगंज से पीछे चल रहे हैं। दूसरे चरण की समाप्ति के बाद 4551 वोट से शुभेंदु अधिकारी नंदीग्राम से आगे चल रहे हैं।
अब सुभेंदु अधिकारी नंदीग्राम से आगे चल रहे हैं। बंगाल से शुरुआती रुझाने आने शुरू हो गए हैं। नंदीग्राम सीट से ममता बनर्जी ने लीड ले ली है, जबकि टॉलीगंज सीट से बाबुल सुप्रियो आगे हैं। लॉकेट चटर्जी भी चुंचुरा सीट से आगे चल रही हैं जबकि तारकेश्वर सीट से स्वपन दास गुप्ता आगे चल रहे हैं।
ममता, मीनाक्षी और सुभेंदु का त्रिकोणीय मुकाबला
इस सीट से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चुनाव लड़ रही हैं और उनको टक्कर दे रहे हैं मात्र कुछ ही महीने पहले तक उनके लेफ्टिनेंट रहे सुभेंदु अधिकारी। सुभेंदु अधिकारी नंदीग्राम से ताल ठोक रहे हैं। उन्होंने चुनाव जीतने का दावा किया है और कहा है कि वो ममता को 50 हजार वोटों से हराएंगे। ममता ने सुभेंदु अधिकारी के दावे को कोरी गप बताया है और कहा है कि वे चुनाव जीत रही हैं।
नंदीग्राम में ममता और सुभेंदु अधिकारी को चुनौती देकर मामले को त्रिकोणीय बना रही हैं माकपा की मीनाक्षी मुखर्जी। मीनाक्षी युवा नेता हैं और नंदीग्राम में रोजगार और औद्योगीकरण के वादे के साथ चुनाव में उतरी हैं। इस सीट से उनकी भी प्रतिष्ठा दांव पर है।
लॉकेट चटर्जी
राज्य के दूसरे वीआईपी की बात करें तो बंगाल विधान सभा चुनाव में लॉकेट चटर्जी बड़ा नाम रहीं। उनकी अहमियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सांसद रहने के बावजूद पार्टी ने उन्हें विधानसभा चुनाव के लिए उतारा। लॉकेट चटर्जी हुगली लोकसभा सीट से सांसद हैं, उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की रत्ना डे (नाग) को 73,362 वोटों से हराया था। इस बार जब भाजपा विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों का नाम फाइनल कर रही थी तो पार्टी ने लॉकेट चटर्जी को हुगली जिले के चुंचुरा विधानसभा सीट से मैदान में उतारा। इस सीट से टीएमसी के असित मजूमदार उन्हें चुनौती दे रहे हैं, जबकि वाम मोर्चे की ओर से ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के डॉ प्रणब घोष कैंडिडेट हैं।
बाबुल सुप्रियो
पश्चिम बंगाल की टॉलीगंज सीट भी इस जंग में वीआईपी नामों में शामिल है। इस सीट से आसनसोल के भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो भाजपा के उम्मीदवार हैं। इस सीट पर 10 अप्रैल को मतदान हुआ था। बाबुल सुप्रियो को टक्कर दे रहे हैं ममता सरकार में पीडब्ल्यू मंत्री रहे अरूप विश्वास, जबकि सीपीएम ने इस सीट से देबदूत घोष को टिकट दिया है। टॉलीगंज को बांग्ला फिल्म इंडस्ट्री का केंद्र कहा जाता है। माना जाता है कि बांग्ला फिल्म इंडस्ट्री में पकड़ रखने वाला ही इस सीट पर जीत हासिल कर पाता है।
स्वपन दास गुप्ता
बंगाल चुनाव में एक और नाम अहम रहा है, वो हैं भाजपा नेता स्वपन दास गुप्ता। पूर्व पत्रकार स्वपन दास गुप्ता को भाजपा ने हुगली जिले के तारकेश्वर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। इससे पहले वह राज्यसभा सदस्य थे लेकिन विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए उन्हें राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देना पड़ा। तारकेश्वर सीट से टीएमसी के रामेन्दु सिंह रॉय चुनाव लड़ रहे हैं तो वहीं सीपीएम के सुरजीत घोष इस सीट से अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं।