
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : भाजपा यानी बड़ाबाजार की पार्टी। इस टैग से उबरने के लिए भाजपा ने कई कोशिशें की। गत विधानसभा चुनाव में भी कई बंगाली उम्मीदवारों को टिकट देकर पार्टी ने ये साबित करने की कोशिश की कि भाजपा केवल बड़ाबाजार की पार्टी नहीं है। हालांकि इस बार कोलकाता नगर निगम के चुनाव में उस बड़ाबाजार की जनता ने भी भाजपा को एक बार के लिए सावधान कर दिया है क्योंकि इस बार तृणमूल ने बड़ाबाजार के भाजपा के किले में सेंधमारी कर ली है। वार्ड नं. 42 में ताे तृणमूल ने भाजपा का किला ढहा ही दिया, इसके अलावा वार्ड नं. 22 में भी भाजपा को तृणमूल ने कड़ी टक्कर दी। इस वार्ड से तृणमूल उम्मीदवार स्वयं प्रकाश पुरोहित भाजपा की मीना देवी पुरोहित से 1,523 वोटों के अंतर से हार गये। गत मई महीने में संपन्न विधानसभा चुनाव में वार्ड 22 से भाजपा काे 4,239 और तृणमूल को 1,122 वोट मिले थे यानी विधानसभा चुनाव में भाजपा 3,117 वोटों से आगे थी। वहीं इस बार भाजपा की जीत का अंतर आधा हाे गया है। इसी तरह वार्ड नं. 25 में गत विधानसभा चुनाव में भाजपा आगे थी। यहां से भाजपा को 6,216 और तृणमूल को 4,371 वोट मिले थे यानी इस वार्ड से भाजपा को 1,845 वोटों से जीत मिली थी। इस बार निगम चुनाव में इस वार्ड से तृणमूल उम्मीदवार राजेश सिन्हा ने जीत दर्ज की। उन्हें इस वार्ड से 6,966 वाेट मिले जबकि भाजपा के सुनील हर्ष को 2,849 वोट हासिल हुए यानी तृणमूल ने 4,117 वोटों से जीत दर्ज की। कुल मिलाकर बड़ाबाजार में पहली बार इस निगम चुनाव में तृणमूल ने भाजपा के गढ़ में सेंध लगायी।