
खाता फ्रीज करने का ममता ने केंद्र पर लगाया बड़ा आरोप !
केंद्र ने कहा, किसी भी खाते से लेन-देन पर रोक नहीं लगी
दिनभर के बवाल के बाद मिशनरीज ने कहा, सब ठीक है
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने मदर टेरेसा के मिशनरीज ऑफ चैरिटी के सभी बैंक खातों को सीज कर दिया है। ममता ने इसे लेकर ट्वीट तक किया जिसमें उन्होंने कहा कि “यह सुनकर स्तब्ध हूं कि क्रिसमस पर केंद्रीय मंत्रालय ने भारत में मदर टेरेसा के मिशनरीज ऑफ चैरिटी के सभी बैंक खातों को फ्रीज कर दिया ! उनके 22,000 रोगियों और कर्मचारियों को भोजन और दवाओं के बिना छोड़ दिया गया। भले कानून सर्वोपरि है, लेकिन मानवीय प्रयासों से समझौता नहीं किया जाना चाहिए।” दिनभर के बड़े बवाल के बाद आखिरकार केंद्र की तरफ से भी जवाब दिया गया कि मिशनरीज के किसी खाते को फ्रीज नहीं किया गया है। उधर मिशनरीज के प्रवक्ता की तरफ से भी कह दिया गया कि सब कुछ ठीक है।
केंद्र ने कहा, मिशनरीज के किसी भी खाते से लेनदेन पर रोक नहीं
इधर गृह मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने उन्हें जानकारी दी है कि मिशनरीज ऑफ चैरिटी ने खुद अपने खातों को फ्रीज करने का अनुरोध भेजा था। गृह मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि ‘मिशनरीज ऑफ चैरिटी’ का एफसीआरए पंजीकरण 31 दिसंबर तक वैध है, सरकार ने उसके किसी भी खाते से लेनदेन पर रोक नहीं लगाई। एफसीआरए नवीनीकरण के लिये ‘मिशनरीज ऑफ चैरिटी’ द्वारा दिये गए आवेदन को पात्रता शर्तों को पूरा नहीं करने के कारण 25 दिसंबर को खारिज कर दिया गया। एफसीआरए नवीनीकरण से इनकार किये जाने की समीक्षा के लिए ‘मिशनरीज ऑफ चैरिटी’ से कोई पुनरीक्षण आवेदन प्राप्त नहीं हुआ।
मिशनरीज की तरफ से कहा गया, सब ठीक है
ममता के इन आरोपों को लेकर मिशनरीज ऑफ चैरिटी की तलफ से ऐसी किसी कार्रवाई से इनकार किया गया। मिशनरीज ऑफ चैरिटी की प्रवक्ता सुनीता कुमार ने सन्मार्ग को बताया कि केंद्र द्वारा ऐसे किसी भी खाते को फ्रीज करने की जानकारी नहीं है। उन्होंने बताया कि सब कुछ ठीक है, बैंक ट्रांजेक्शन ठीक चल रहा है।
धर्मांतरण कराने की शिकायत मिल चुकी है
मिशनरीज ऑफ चैरिटी को लेकर धर्मांतरण कराने की शिकायत मिल चुकी है। इसी महीने वडोदरा में पुलिस की तरफ से वहां के मिशनरीज द्वारा चालित आश्रय गृह में रहने वालों को कथित तौर पर धर्म परिवर्तन करने पर जोर दिया जाता था जिसकी जांच भी शुरू की गयी थी। रिपोर्ट की माने तो मिशनरीज और चैरिटी में करीब 5,000 नन हैं और 750 से अधिक देखभाल गृहों का प्रबंधन करती हैं, जिनमें से 243 भारत में हैं।
मदर टेरेसा ने की थी मिशनरीज ऑफ चैरिटी की स्थापना
मदर टेरेसा ने साल 1950 में मिशनरीज ऑफ चैरिटी की स्थापना की थी। मदर टेरेसा एक रोमन कैथोलिक नन थीं जिन्होंने अपना जीवन कोलकात में गरीबों की सेवा करते हुए बिताया था। मदर टेरेसा को शांति का नोबेल पुरस्कार भी मिला था। 1997 के सितंबर महीने में मदर टेरेसा की मृत्यु हुई थी। वहीं 2016 में मदर टेरेसा को पोप फ्रांसिस ने संत की उपाधि दी थी।