अर्पिता मां बनना चाहती थी, पार्थ को कोई आपत्ति नहीं थी, चार्जशीट में खुलासा

कोलकाता : ईडी की चार्जशीट में उल्लेख किया गया है कि अर्पिता मुखोपाध्याय मां बनना चाहती थी। इसके लिए पार्थ की ओर से उन्हें नो ऑबजेक्शन सर्टिफिकेट भी दिया गया था कि उन्हें किसी को अपनाने से कोई आपत्ति नहीं है।

अर्पिता के फ्लैट की तलाशी के दौरान इससे संबंधित दस्तावेज बरामद हुए।चार्जशीट के एक हिस्से में ईडी ने उल्लेख किया कि पार्थ अर्पिता के करीबी पारिवारिक मित्र है। पार्थ चट्टोपाध्याय द्वारा 22 फरवरी को अर्पिता मुखर्जी को जारी एक दस्तावेज में यह कहा गया है कि अगर अर्पिता किसी को गोद लेती है तो उन्हें इससे कोई आपत्ति नहीं है। चार्जशीट में यह भी लिखा गया है कि जब इस बारे में पार्थ से पूछा गया तो उन्होंने स्वीकार किया कि दस्तावेज पर उनके हस्ताक्षर असली थे। उन्होंने कहा कि कई लोग उनके पास कई विषयों में सर्टिफिकेट लेने आए थे, जरूरत पड़ने पर उन्होंने कई सर्टिफिकेट भी दिये थे। ईडी की ओर से जारी यह जानकारी कई सवाल खड़े करती है कि क्या अर्पिता मुखर्जी मां बनना चाहती थीं ? पार्थ ने ऐसे और कितने ‘करीबी पारिवारिक मित्रों’ को सर्टिफिकेट दिया था ? क्या किसी को गोद लेने के लिए विधायक या मंत्रिस्तरीय प्रमाण पत्र की आवश्यकता है? फिर अर्पिता पार्थ से सर्टिफिकेट लेने क्यों गयी थी?
पार्थ और अर्पिता दोनों थाईलैंड व गोवा गये थे

दोनों के थाईलैंड व गोवा सफर का जिक्र चार्जशीट में है। उनके साथ एक और व्यक्ति था। बताया गया है कि उन्हें थाईलैंड के फुकेट में कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था। डायमंड सिटी के फ्लैट में अर्पिता के साथ उक्त व्यक्ति की जानपहचान हुई थी। उक्त व्यक्ति की पहचान पहले अर्पिता से हुई थी और फिर पार्थ से पहचान अर्पिता ने करवायी थी।

शेयर करें

मुख्य समाचार

Radha Ashtami 2023: राधा अष्टमी पर अगर पहली बार रखने जा …

कोलकाता : हिंदू धर्म में भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष की अष्टमी की तिथि को बहुत ज्यादा धार्मिक महत्व माना गया है क्योंकि इस दिन भगवान आगे पढ़ें »

बारिश में सर्दी-जुकाम और बुखार से हैं परेशान ? तो ऐसे बचें

नई दिल्ली : बरसात के मौसम में यदि हम भीग जाते हैं तो हमें कई प्रकार की वायरल का सामना करना पड़ता है। इस मौसम आगे पढ़ें »

ऊपर