
15 दिन के लिए बंद थी विमान सेवा, भारतीय वायु सेना ने कर रही रनवे मरम्मत का कार्य
पवन शुक्ल
सिलीगुड़ीः पूर्वोत्तर के प्रवेशद्वार सिलीगुड़ी के बागडोगरा एयरपोर्ट पर 15 दिनों की खामोशी के बाद मंगलवार यानि आज से फिर से उड़ानाें की सेवा शुरू होने से हलचलें बढ़ जाएगी। जिसको लेकर भारतीय विमानपत्तन प्राधिकारण बागडोगरा के निदेशक, भारतीय वायु सेना और सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ के अधिकारियों के साथ पूरे दिन बैठकों का दौर चला। सभी औपचारिकताएं पूरी कर मंगलवार के सुबह 8 गो एयर की पहला विमान यात्रियों को लेकर बागडोगरा पहुंचेगा।
मालूम हो कि बागडोगरा एयरपोर्ट के रनवे के मरम्मत के लिए गत 11 अप्रैल से यहां से हवाई जहाजों के उड़ान की सेवा बंद थी। वहीं रनवे मरम्मत कार्य पूरा हो चुका है और इसके लिए सोमवार को नए रनवे पर जरूरी ट्रायल भी पूरा गया है। इसके साथ सुरक्षा के मानकों को देखते हुए सभी औपचारिकताएं पूरी कर लिया गया। मंगलवार 26 अप्रैल से यहां से उड़ानाें की नियमित सेवा शुरू कर दी जाएगी। विमानों की लैंडिंग व टेकऑफ में कोई दिक्कत न हो इसके लिए इस रनवे पर आधुनिक किस्म के उपकरण आईएलएस सिस्टम लगाया गया है।
क्या है आइएलएस
किसी विमान को रनवे पर रात को या खराब मौसम में उतरने के लिए रनवे पर इंस्टूमेंट रनिंग सिस्टम (आइएलएस) का होने बहुत जरूरी होता है। वहीं बागडोगरा एयरपोर्ट पर भी आइएलएस सिस्टम लगा है, लेकिन उसे और अत्याधुनिक करने के लिए काम युद्धस्तर पर चलाया गया। इस सिस्टम के अपडेट हो जाने के बाद रनवे पर फाग के दौरान भी विमानों को उतरा जा सकता है। अब बागडोगरा से नाइट लैंडिंग में काफी आसान होगा। हालांकि बागडोगरा रनवे के कुछ अत्याधुनिक सुविधाओं को नवंबर तक कर लिया जाएगा।
सुरक्षा चाक-चौबंद, विमानों के संचालन के लिए हम तैयार हैंः सुब्रमणि पी.
विमानों के संचालन के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं। पहले की तरह आने वाले सभी मंगलवार से अपने नियमित समय से इस अत्याधुनिक रनवे पर लौंड करेंगे और इसके साथ ही उड़ान भी भरेगें। साथ ही सुरक्षा के मानकों को और चाक-चौबंद बनाते हुए सीआईएसएफ के जवानों ने अपने को पूरी तरह से तैयार कर लिया है। जबकि नवनिर्मित रनवे और आधुनिक टार्मिनल के साथ हम तैयार हैं। उक्त बातें सोमवार को एयरपोर्ट एथारिटी ऑफ इंडिया बागडोगरा के निदेशक सुब्रमणि पी. ने कही।
उन्होनें बताया कि विमान सेवाओं के बंदी दौरान इस टर्मिनल भवन के कुछ रिपेयरिंग का काम होना था। उसे भी आधुनिक तरिके से बनाया गया है। इसके साथ ही यात्री सुविधाओं का विस्तार करते हुए थोड़ सजाया और सवांरा गया है। सुरक्षा के बावत निदेशक ने बताया कि एयरपोर्ट की सुरक्षा में लगे सीआइएसएफ के अधिकारी और जवान भी सोमवार को पूरी तरह प्रैक्टिस किया और सुरक्षा को और चाक-चौबंद बनाया गया है। सुब्रमणि पी. ने कहा कि हम बेहतर सेवाओं के साथ एक बार फिर यात्रियों की सुविधाओं का ख्याल रखते हुए इस रनवे को आइएलएस सिस्टम से लैस का दिया गया और इससे विमानों के लैंडिंग और टेकऑफ में काफी सहुलियत होगी।