
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : सप्ताह के अंत तक चक्रवात जवाद के कोलकाता समेत दक्षिण बंगाल के विभिन्न जिलों में आने की संभावना है। अलीपुर मौसम विभाग की ओर से बताया गया कि जवाद के असर के कारण 4,5, और 6 तारीख को कोलकाता समेत दक्षिण बंगाल के विभिन्न जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मौसम विभाग द्वारा बताया गया है कि अण्डमान सागर एवं संलग्न इलाकों में निम्नदबाव तैयार हुआ था जिसने पिछले 24 घण्टों में ताकत बढ़ाकर गहरे निम्न दबाव का रूप ले लिया है। आज यानी शुक्रवार को यह निम्नदबाव और ताकत बढ़ायेगा जिसके बाद ये चक्रवात में बदलेगा और उत्तर – पश्चिम की ओर अग्रसर होगा। इसके बाद 4 तारीख यानी शनिवार की सुबह दक्षिण ओडिशा एवं उत्तर आंध्र प्रदेश के उपकुलवर्ती इलाकों से यह टकरायेगा जिस कारण शनिवार और रविवार को दक्षिण बंगाल के विभिन्न जिलों में तेज हवाएं चलने के साथ ही बारिश की संभावना है।
इन जिलों में होगी बारिश
जवाद के असर के कारण शनिवार को पूर्व मिदनापुर में भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा पश्चिम मिदनापुर, झाड़ग्राम, दोनों 24 परगना और हावड़ा में भी भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ ही 30 से 40 कि.मी. प्रति घण्टे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। शनिवार से ही बारिश शुरू हो जाएगी जो रविवार को और तेज हो सकती है। रविवार को दोनों मिदनापुर, दोनों 24 परगना, झाड़ग्राम, कोलकाता एवं हावड़ा में भारी से अति भारी बारिश को लेकर सतर्कता जारी की गयी है। वहीं 5 दिसम्बर को पुरुलिया, बांकुड़ा, नदिया, मुर्शिदाबाद, पूर्व व पश्चिम बर्दवान एवं मालदह समेत दक्षिण बंगाल के सभी जिलों में बारिश की संभावना है। 3 से 5 दिसम्बर तक मछुआरों को समुद्र में जाने की मनाही की गयी है और जो समुद्र में गये हैं उन्हें वापस लौटने के लिए कहा गया है।
शुरू हुई माइकिंग, एनडीआरएफ व कोस्ट गार्ड तैनात
सुंदरवन, दीघा जैसे इलाकों में इस बीच माइकिंग शुरू कर दी गयी है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है। दीघा, मंदारमणि, ताजपुर में समुद्र में जाने से पर्यटकों को मना किया गया है। इस बीच एनडीआरएफ की 5 टीमें कोलकाता, हावड़ा, उत्तर व दक्षिण 24 परगना और दोनों मिदनापुर में तैनात की गयी हैं। पूर्व बर्दवान में 1, हुगली में 1, काेलकाता में 2, हावड़ा में 1, झाड़ग्राम में 1 और पश्चिम मिदनापुर में एनडीआरएफ की 2 टीमों को तैनात किया गया है। इसके अलावा और 12 टीमों को विभिन्न जिलों में तैनात किया जाएगा। राज्य के सभी फ्लड सेंटरों को भी तैयार किया गया है। इसी तरह कोस्ट गार्ड की ओर से भी निगरानी चालू कर दी गयी है और मछुआरों को वापस जाने हेतु माइकिंग की जा रही है। पाराद्वीप और हल्दिया में अलग – अलग भाषाओं में मछुआरों को सतर्क किया जा रहा है।